20 कलाकारों ने समूचा हिंदुस्तान ही मंच पर उतार दिया
राजस्थानी, मालवी, गुजराती, बुंदेली, भोजपुरी हरियाणवी, निमाड़ी लोकनृत्यों ने कड़ाके की ठंड में देर रात तक बांधे रखा

उज्जैन। श्री सर्वोत्तम संगीत नृत्य अकादमी उज्जैन के वरिष्ठ कलाकारों ने प्रदेश के 32वें भोपाल उत्सव में राजस्थानी, मालवी, गुजराती, बुंदेली, भोजपुरी हरियाणवी, निमाड़ी आदि विभिन्न अंचलों के लोकनृत्यों की रंगारंग प्रस्तुति दी। जिसे देखने के लिए दर्शक कड़ाके की ठंड में भी देर रात तक पांडाल में उपस्थित रहे।
प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र लोधी ने विशेष रूप से उपस्थित होकर कार्यक्रम की सराहना की व संस्था निदेशक डॉ हरिहरेश्वर पोद्दार को लोक कलाओं के क्षेत्र में उनकी विशेष सेवाओं के लिए शॉल, श्रीफल स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। भोपाल उत्सव समिति के अध्यक्ष एवं दैनिक भास्कर समाचार पत्र समूह के मनमोहन अग्रवाल व समिति के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। संस्था की भोपाल उत्सव में ये 11वीं बार प्रस्तुति थी। कुल 20 कलाकारों ने मानो समूचा हिंदुस्तान ही मंच पर उतार दिया। रंगीलो राजस्थान, प्यारो मालवों, न्यारो निमाड़, नटखट गुजरात, बांका बुंदेल, हटी हरियाणा, छबीला बिहार आदि मनोहारी प्रस्तुतियां कलाकारों ने दी। जिसने दर्शकों को देर रात तक बांधे रखा। राजेश लड्डा, नताशा वर्मा, रुचिता नरवरिया, मोनिका देवड़ा, प्रिया, शालिनी वर्मा, सीमा, तृप्ति वर्मा, वैशाली, चंचल, दर्शना, शेफाली, प्रियांशी मानवी नंदिनी, अजय, मनीष दीपिका, माधुरी आदि ने अपनी प्रस्तुति दी।