गाय का दूध निकाल कर सड़कों पर छोड़ देने वालों को करेंगे चिन्हित
चरनोई भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को मुक्त कराने के लिए करेंगे आंदोलन
उज्जैन। गाय का दूध निकाल कर सड़कों पर छोड़ देने वाले लोगों को चिन्हित किया जाएगा और चरनोई भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर भी आंदोलन किया जाएगा और उन्हें मुक्त कराया जाएगा।
उक्त निर्णय श्री पावन धाम गौशाला हिंदू संगठन के प्रदेश अध्यक्ष लखन बाथम के निर्देशानुसार जिला अध्यक्ष किशोर पोरवाल द्वारा आयोजित बैठक में लिया गया। गौशाला के संस्थापक रमेश चंद्र गुरुजी महाराज पिपलोदा वाले के मार्गदर्शन में उज्जैन में बैठक आयोजित हुई जिसमें प्रदेश अध्यक्ष लखन बाथम, गौ कथा धर्म प्रचारक प्रदेश अध्यक्ष गोपाल गुरुजी भट्ट, हिंदूवादी नेता दिनेश बाथम पहलवान, आरएसएस संघ के संचालन कर्ता शाखा संयोजक अविनाश गुप्ता, प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष गोपाल बोढ़ाना, प्रदेश सह संगठन मंत्री कमल कुमावत, जिला संगठन मंत्री ईश्वर भाट, राजेश चौहान, लखन राज, कुलदीप बाथम सेवरखेड़ी, ग्रामीण अध्यक्ष कृष्णपाल सिसोदिया, तनुज बागवान, महेश राठौड़ ग्राम पिपलोदा सागोती माता की पूरी टीम, दशरथ, तेजपाल, महेश परमार, सुनील, नागेश्वर, संदीप, नरेंद्र, संतोष, गोपाल, जितेंद्र, निंबोदिया से राहुल परमार और उनकी टीम, भड़ला से लखन बोडाना अपनी टीम के साथ मौजूद रहे। मीटिंग में अहम मुद्दे राष्ट्रहित और गौ माता के लिए रहे जल्द ही गौमाता पर हो रहे अत्याचार पर आंदोलन की तैयारी की जाएगी। गौ माता को राज्यमाता राष्ट्रमाता का दर्जा मिलना चाहिए। जिन गौ पालकों द्वारा गायों के दूध को निकालकर फिर उन्हें सड़कों पर छोड़ दिया जाता है, गौ माता के साथ वाहन दुर्घटना से एक्सीडेंट दुर्घटनाएं होती रहती है और उन्हें देखभाल के लिए पावन धाम गौशाला हिंदू संगठन के पदाधिकारी कार्यकर्ता द्वारा उनका इलाज उपचार किया जाता है। पावन धाम गौशाला संगठन में नए पदाधिकारी को नियुक्त पत्र प्रदान कर नियुक्त किया गया। कृष्णपाल सिसोदिया को ग्रामीण सेवरखेड़ी अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया। लखनजी को गांव बङला अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया। नव निर्वाचित पदाधिकारी को सभी ने शुभकामनाएं बधाई दी। ग्राम पिपलौदा में संचालित पावन धाम गौशाला की रूप रेखा तैयार की गई। जल्द ही गौशाला के संस्थापक द्वारा संतो से मुलाकात कर संत समागम का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी प्रदेश मीडिया प्रभारी विरमदेव ने दी।