धर्म-अध्यात्म

श्रीकृष्ण ने दूर्योधन के 56 पकवान स्वीकार नहीं किये

श्री गीता जयंती महोत्सव में आज होगा सामूहिक गीता पाठ

उज्जैन। परमात्मा सबके भीतर भी है और परमात्मा सबके बाहर भी है। हमारा जीवन हर परिस्थिति में भगवान से जुड़ा हुआ होना चाहिये। यह सुख और दुख हमारे अपने बनाये हुए हैं। सत्संग का महत्व है अच्छी संगत में रहना जरूरी है। परमात्मा प्रेम को स्वीकारते हैं। श्रीकृष्ण ने विदुर के यहां भोजन करना स्वीकार किया दूर्योधन के 56 पकवान स्वीकार नहीं किये।
यह बात मानस भवन क्षीरसागर पर श्री गीता महोत्सव के अंतर्गत 8 दिसंबर से 15 दिसंबर तक चल रही भागवत कथा में पं. संतोष शर्मा ने कही। कथा प्रतिदिन दोपहर 2 से 5 बजे तक हो रही है। वहीं आज 11 दिसंबर को सामूहिक गीता पाठ भी किया जाएगा। राधेश्याम पाटीदार, मनमोहन मंत्री, मनोज जोशी, अजय शर्मा, पं. संजय व्यास, शरद आर्य, वेदप्रकाश शर्मा, आनंदीलाल जोशी, अनिल गौड़, दिनेश जोशी ने धर्मप्राण जनता से भागवत कथा का लाभ लेने का अनुरोध किया है।

Related Articles

Back to top button