7 दिन में सीमांकन के आदेश, 4 महीने बाद भी नहीं हो पाया अमल
पहले पटवारी ने कहा 5 हेक्टेयर भूमि का सीमांकन नहीं होता, शिकायत की तो तहसीलदार ने दिये रोवर मशीन से सीमांकन के आदेश, फिर भी नहीं किया सीमांकन किसान हो रहा परेशान

घटिया तहसील कार्यालय के अधिकारी, पटवारी, गिरदावर द्वारा सी एम हेल्पलाइन का बनाया मज़ाक
उज्जैन। इंदर सिंह पटेल पिता तोला राम पटेल सोडंग तहसील घटिया खसरा नं 229 हल्का नं. 35 मे कुल रकबा 5 हेकटियर एकड भूमि है। जिसका सीमांकन के लिए आदेश 8 अक्टूबर 2024 को हो गया है। बावजूद इसके पटवारी मेघा जोशी, मोतीलाल कटारिया द्वारा सीमांकन नही किया गया।
इंदरसिंह पटेल ने बताया कि पटवारी मेघा जोशी ने कहा कि 5 हेक्टेयर भूमि का सीमांकन नही होता है। परेशान इंदरसिंह पटेल ने मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाईन में की। जिसकी जांच तहसीलदार तहसील घटिया को सौंपी जिसमें 8 अक्टूबर को 7 दिन के अंदर सीमांकन के आदेश दिये गये। राजस्व निरीक्षक एवं पुर्व हल्का पटवारी द्वारा मौके पर पटवारी नक्शा एवं अभिलेख अनुसार मौके का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के बाद बताया कि आवेदित भूमि आबादी के मध्य में स्थित होने एवं पूर्व व पश्चिम दिशा में मकान स्थित होने से जरीब द्वारा सीमांकन संभव नहीं है। सीमांकन हेतु राजस्व द्वारा रोवर मशीन से सीमांकन किया जाना उचित होगा। जिसके संबंध मे तहसीलदार द्वारा 20 दिसंबर 2024 को अधीक्षक भू- अभिलेख शाखा को रोवर मशीन उपलब्ध करवाये जाने हेतु पत्र जारी किया जा चुका है। लेकिन आज दिनांक तक सीमांकन नहीं हुआ। परेशान किसान आज तक सीमांकन के लिए भटक रहा है। वरिष्ठ अधिकारियों से परेशान किसान ने समस्या का हल निकाले जाने की गुहार लगाई है।
सीएम हेल्पलाईन का बनाया मजाक
इंदरसिंह पटेल ने बताया कि सीएम हेल्पलाईन का अधिकारियों ने मजाक बनाकर रख दिया। सीमांकन नहीं होने के बाद सीएम हेल्पलाईन पर शिकायत की तो निराकरण करने के बजाय अधिकारी शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाने लगे। तहसील कार्यालय में पदस्थ शुभम शर्मा, गिरदावर कटारिया सहित वर्तमान में तहसीलदार द्वारा सीएम हेल्पलाईन में शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया गया। इंदरसिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से अनुरोध किया कि ऐसे अधिकारियों पर कार्यवाही करें जो सीएम हेल्पलाईन के उद्देश्य को भी पलीता लगा रहे हैं, सीएम हेल्पलाईन पर शिकायत के बावजूद समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है।