धर्म-अध्यात्म

1008 स्वामी पुरसनाराम साहिब साध हथंगे वालों के मेले में भजनों पर झूमे भक्त

11 मई को सुबह पल्लव के पश्चात होगा मेले का समापन

उज्जैन। ‘‘संत का आना ही बसंत का आना है, भोलेनाथ के सिवा भक्ति संभव नहीं। जिसकी मस्ती जिंदा है उसकी हस्ती जिंदा है, वरना वो जबरदस्ती जिंदा है। जिन्हें जनता चुनती है वह संसद में जाते हैं जिन्हें जनार्दन चुनते हैं वह सत्संग में जाते हैं। इतना दिया मुझे हाथुगे होंगे वाले साई ने इतनी मेरी हैसियत नहीं थी।’’
1008 स्वामी पुरसनाराम साहिब साध हथंगे वालों के मेले में साध गुरमुख दास इंदौर एवं गिरीश कृपलानी सिंगर कोटा द्वारा उक्त भजनों की प्रस्तुति दी। सेवक दीपक राजवानी ने बताया कि दरबार साध पुरसनाराम साहिब (स्वामी पुरसनाराम धाम), ब्राह्मण गली, अब्दालपुरा में आयोजित भजन सत्संग में ऐसा रंग जमा कि सभी धर्मप्राणी भक्त झूमने लगे। रात्रि 10 बजे से मध्य रात्रि बजे तक यह भजन कीर्तन का दौर चलता रहा। अंत में साध मुकेश एवं साध राजू द्वारा साई पुरुषन राम भूरे शेर जी का भजन गाकर कार्यक्रम का समापन किया। शनिवार 10 मई को शाम को 7 से 9 संझाशेवा तथा रात को 11 से सुबह 5 बजे तक भजन सत्संग का आयोजन हुआ। वहीं आज रविवार 11 मई सुबह पल्लव के पश्चात मेले का समापन होगा। दरबार साध पुरसनाराम साहिब भाई , साध पुरसनाराम साहिब सेवा मण्डल, साध मुकेश साध राजु साहिब जयपुर ने इस अवसर पर आकर तन-मन-धन से सेवा करके धर्म लाभ उठाने का अनुरोध किया है।

Related Articles

Back to top button

Adblock Detected

प्रिय उपयोगकर्ता,

ऐसा लगता है कि आपने AdBlock या कोई अन्य विज्ञापन अवरोधक सक्षम किया हुआ है। हमारी वेबसाइट को सुचारू रूप से संचालित करने और आपको निःशुल्क समाचार प्रदान करने के लिए विज्ञापनों की आवश्यकता होती है।

कृपया हमारी वेबसाइट को Whitelist करें या AdBlock को निष्क्रिय करें ताकि आप बिना किसी रुकावट के नवीनतम समाचार पढ़ सकें।

आपका सहयोग हमारे लिए महत्वपूर्ण है! 🙏

धन्यवाद,
Kanak Times