निरंकारी दासो ने चरक, वाग्देवी वाटिका में हटाई खरपतवार
पौधों को वृक्ष बनने तक उनकी देखभाल करना भी हमारा दायित्व

उज्जैन। निरंकारी मिशन समिति द्वारा सतत वायु अभियान के तहत नवंबर सप्ताह के अंतिम रविवार को शपथ अनुसार निरंकारी दासो ने विक्रम विश्वविद्यालय के चरक वाटिका ओर वाग्देवी वाटिका में रोपित पौधों को संरक्षित करने के उद्देश्य से पौधों के आसपास की खरपतवार को हटा कर उन्हें बड़े होने में सहायता प्रदान की।
उज्जैन जोनल इंचार्ज महात्मा राजकुमार गंगवानी ने बताया कि वृक्षारोपण करने का उद्देश्य है कि वृक्षों से स्वच्छ वायु ओर स्वच्छ वातावरण देश में निर्मित हो। वही पौधों को रोप कर उनको अकेला नहीं छोड़ना उन्हें वृक्ष बनने तक उनकी देखभाल करना भी हमारा दायित्व है। जिसके तहत निरंकारी दास कार्य करते है। आज जो हम फल खा रहे वो हमारे बुजुर्गों ने बोया था जो हम आज बोयेंगे उसे अपने आने वाली पीढ़ी खाएगी। माता जी अक्सर यह बात कहते हे कि वन नेस वन मतलब की आपको पौधों को बो कर उनका ध्यान रखना है। उज्जैन मुखी त्रिलोक बेलानी ओर सहायक मीडिया प्रभारी विनोद गज्जर ने बताया कि सद्गुरु माता सुदीक्षाजी ओर राजपिता के आशीर्वचन को मान में रखते हुए पौधारोपण कर उनकी देखभाल करना ओर उनको संरक्षित रखा जाए इस उद्देश्य से हर महीने के लास्ट रविवार को उनके आसपास की खरपतवार को हटाते हैं। वही आगे बताया कि मिशन के अंतर्गत साल में तीन गतिविधियां चलती हैं जिसमें वृक्षारोपण, ब्लड डोनेशन, ओर स्वच्छता अभियान किया जाता है। जो माता जी के आशीर्वाद से आगे भी सतत चलता रहेगा। रतलाम से पधारे जोनल इंचार्ज ने इस मौके पर पौधा रोपण भी किया, ओर पूर्व में बोए पौधों को बड़ा होते देख खुशी जाहिर की। जानकारी सहायक मीडिया प्रभारी दास विनोद गज्जर ने दी।



