ढोंगी बाबा ने खुद को सीएम का खास बताकर किसानों को फंसाया, मुआवजा दिलाने के नाम पर ठगे 8.36 लाख रुपए
कालीकिराय, नाहरपुरा के 48 किसानों को ठग ने अपने जाल में फंसाया, खुद को कीर समाज का संत बताया

उज्जैन। उज्जैन के ढोंगी बाबा द्वारा खुद को सीएम डॉ. मोहन यादव का खास बताकर किसानों से मुआवजा दिलाने के नाम पर 8.36 लाख रुपए की ठगी की। धार जिले में 48 किसानों के साथ ठगी के मामले में ढोंगी बाबा की शिकायत जनसुनवाई में की गई।
सदरपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत जोलाना के मजरे कालीकिराय, नाहरपुरा के किसान शिकायत लेकर पहुंचे। उन्होंने बताया कि ठग ढोंगी बाबा ने कृषि भूमि का मुआवजा दिलाने के नाम पर 8 लाख 36 हजार रु की धोखाधड़ी कर ली। बाबा तेजुलाल चंदाना उर्फ तेजू बाबा ने ग्रामीणों को अपनी बातों में कुछ इस तरह फंसाया कि पहले ग्रामीणों ने बाबा का स्वागत सत्कार किया। इसके बाद बाबा ने ग्रामीणों के साथ बैठक लेकर उन्हें प्रलोभन दिया और कहा कि मैं मुख्यमंत्री का खास हूं उनसे मेरी सीधी बातचीत है। उनसे मिलकर आपकी मुआवजा राशि को बढ़ावा दूंगा। इसमें ग्रामीणों ने 2023 से 2024 तक को अलग-अलग राशि दी गई। जब किसानों को ठगी का एहसास हुआ तो वह उसकी तलाश में उज्जैन पहुंचे जहां ठग ने कहा कि तुम्हारे पास क्या सबूत है कि पैसे मैंने लिए है। इसके बाद ही किसानों ने शिकायत की। ग्रामीणों ने बताया कि माही परियोजना उपबंध में कालीकिराय व नाहरपुरा में डेम निर्माण में शासन द्वारा जमीन अधिग्रहण की गई थी। इसमें 7 गांव के लोगों को मुआवजा मिल गया था। वहीं 2 गांव के ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिला था। इसी का फायदा उठाकर बाबा ने किसानों को फंसाया।
उज्जैन पहुंचे तो ग्रामीणों को दी धमकी
लंबे समय तक जब ग्रामीणों के खाते में पैसा नहीं आया तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ। जब ग्रामीण उज्जैन पहुंचे तो ठग ग्रामीणों को देख कर भड़क गया और कहने लगा कि आप लोग कार्यालय कैसे आ गए। आपके पास क्या सबूत है कि मुझे आपने पैसे दिए है। इसके बाद मंगलवार को ग्रामीणों ने जनसुनवाई में एसपी व सीएम हेल्प लाइन में शिकायत दर्ज करवाई है।
गांव आने पर ग्रामीण हुए थे भावुक
28 अगस्त 2023 को ठग तेजूबाबा धर्मेंद्र चौधरी नामक व्यक्ति के साथ कालीकिराय आया। जहां गांव के लोगों ने हार फूल पहनाकर ढोल धमाके के साथ ढोंगी बाबा का गांव का भ्रमण करवाया। एक जगह इकट्ठा कर सभी के बीच बैठक ली और फायदे की बात कही। लोगों ने कहा कि समिति बनाकर एक व्यक्ति को अधिकृत कर दो। अधिग्रहण की कार्रवाई में खर्च लगेगा। 150 रु प्रति व्यक्ति के हिसाब से 700 बीघा के हिसाब से सभी पैसा इकट्ठा करो। बाबा के कहने के बाद 1 लाख 5 हजार बाबा को दे दिए। इसके के बाद बाबा पुनः गांव आया और कहां की मेरी मुख्यमंत्री से बात हो गई है। इसमें 4 लाख 16 हजार इकट्ठा कर ग्रामीणों ने दे दिए। इसके अलावा अन्य समय भी राशि दी। इस तरह 2024 तक कुल 48 किसानों ने ठग को 8 लाख 36 हजार रु दे दिए। इतना ही नहीं चेक के साथ ही स्टांप पर हस्ताक्षर कर बाबा को दिए।


