क्रांति दिवस स्वतंत्रता आंदोलन का स्वर्णिम अध्याय है- अली
83वें क्रांति दिवस पुष्प वर्षा कर शहीदों और वीरों का किया स्मरण

उज्जैन। सर सैयद अहमद वेलफेयर सोसाइटी द्वारा 83वें क्रांति दिवस के मौके पर शहीद पार्क स्थित शहीद स्मारक पर देश के स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाली सभी वीरों के चित्र पर पुष्प वर्षा की एवं शहीदों और वीरों का स्मरण किया गया।
संस्था अध्यक्ष पंकज जायसवाल एवं संरक्षक सैयद आबिद अली मीर ने बताया कि मुख्य अतिथि पूर्व प्राचार्य कमर अली ने अपने उद्बोधन में कहा क्रांति दिवस स्वतंत्रता आंदोलन का स्वर्णिम अध्याय है। देश कभी भुला नहीं पाएगा। अनगिनत क्रांतिकारियों ने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान देकर हमें आजादी दिलाई। आज के दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजो भारत छोड़ो का नारा दिया। देश के स्वतंत्रता आंदोलन के लिए तात्या टोपे, नाना साहब देशमुख, रानी लक्ष्मीबाई, सम्राट बहादुर शाह जफर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, अशफ़ाकउल्ला, मंगल पांडे, खुदीराम बोस, सुखदेव राजगुरु आदि लाखों क्रांतिकारियों ने देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ समर्पित किया। उसी का नतीजा है कि हम आज स्वतंत्रता पूर्वक जीवन व्यतीत कर पा रहे हैं। मशहूर शहर के ख्यात नाम गायक डॉ. तेज कुमार मालवीय ने मेरा रंग दे बसंती चोला गीत प्रस्तुत कर क्रांतिकारियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। समाजसेवी इकबाल उस्मानी ने अपने उद्बोधन में कहा दुनिया में अनेक स्वतंत्रता आंदोलन हुए जिसमें प्रमुख रूप से अफ्रीकी स्वतंत्रता आंदोलन, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और फिलीस्तीन स्वतंत्रता आंदोलन प्रमुख हैं। भारतीय आंदोलन महात्मा गांधी के नेतृत्व में एवं अफ्रीकी स्वतंत्रता आंदोलन डॉ. नेल्सन मंडेला के नेतृत्व में सफल रहा। फिलिस्तीन स्वतंत्रता आंदोलन फिलीस्तीन मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष यासिर अराफ़ात के नेतृत्व में शुरू हुआ जो आज भी अराफात की मृत्यु के बाद भी लड़ा जा रहा है। फिलिस्तीन की आजादी के लिए अनेक क्रांतिकारियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया और जल्द वह भी स्वतंत्रता प्राप्त कर लेंगे। जिन्होंने अंग्रेजों का जुल्म नहीं देखा वह फिलिस्तीन में हो रहे जुल्म को देख ले। 77 सालों से फिलिस्तीन जुल्म का शिकार हो रहे हैं। उन्हें उनके देश से ही निर्वासित किया जा रहा है। 50000 से ज्यादा पुलिस टीमों की निगम हत्या कर दी गई। 10 लाख से ज्यादा बेघर होकर खुले आसमान के नीचे जिंदगी और मौत के बीच लड़ रहे हैं। हजारों बच्चे दवा गोली इलाज के अभाव में मौत के काल में समा रहे हैं। लाखों लोग भुखमरी का शिकार हो रहे हैं। अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गुंडागर्दी के आगे पूरा विश्व खामोश होकर देख रहा है। शहीद क्रांतिकारियों को शिक्षाविद एमन कुरेशी, सादिक मंसूरी, हरीश तिवारी,
धर्मेंद्र राठौर, महाकाल शयन आरती के वरिष्ठ सदस्य चेतन ठक्कर, उप संयोजक सैयद उस्मान हसन, नबीला कबीर, शाकिर शेख, मध्य प्रदेश हज कमेटी के पूर्व सदस्य हाजी इकबाल हुसैन, इस्लामिक इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर सद्दाम हुसैन, तिवारी, साबिर हुसैन, सामाजिक कार्यकर्ता रईस अहमद, राजेश अग्रवाल, एडवोकेट जाहिद नूर, शरीफ मैकेनिक ने वीर क्रांतिकारियों के चित्रों पर पुष्प वर्षा कर वीरों का स्मरण किया। उपरोक्त जानकारी संयुक्त सचिव अनुदीप गंगवार एवं प्रचार सचिव नासिर मंसूरी ने दी।