कला का कोना
उत्सव प्रतिकल्पा 2025 में होगी विभिन्न शैलियों में नृत्य प्रस्तुतियां
15 दिवसीय नृत्य एवं मांडना कला प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन

उज्जैन। प्रतिकल्पा सांस्कृतिक संस्था द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय एवं रेडियो दस्तक के सहयोग से आयोजित 15 दिवसीय नृत्य एवं मांडना कला प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन 18 मई को उत्सव प्रतिकल्पा के रूप में शाम 7 बजे पंडित सूर्य नारायण व्यास संकुल कालिदास अकादमी में मनाया जाएगा।
संस्था अध्यक्ष डॉ शिव चौरसिया ने बताया कि इस कार्यशाला में दक्षिण भारत की सुंदर नृत्य शैली भरतनाट्यम के प्रशिक्षण के लिए वरिष्ठ नृत्य गुरु श्वेता शर्मा को भोपाल को आमंत्रित किया गया है। वहीं महिलाओं को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से लोकनृत्य का प्रशिक्षण डॉ पल्लवी किशन एवं लोकेश सिंह तोमर द्वारा दिया गया है। बॉलीवुड डांस का प्रशिक्षण सिद्धांत चौबे मुंबई एवं पारंपरिक मांडना कला का प्रशिक्षण राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान जोरहाट से प्रशिक्षित सिद्धार्थ किशन द्वारा दिया गया है। संस्था पदाधिकारी कुमार किशन, डॉ. अनीता चौधरी, डॉ प्रकाशेंद्र माथुर, राकेश शर्मा, रविंद्र देवलेकर, विजय भागचंदानी, शीला व्यास, डॉ पुष्पा चौरसिया, ओम प्रकाश गुप्ता, प्रवीण चतुर्वेदी ने कला प्रेमियों से कार्यक्रम में पधारने का आग्रह किया है।