पाठशाला
हमारे तालाब, हमारी धरोहर हैं, इनके सरंक्षण की नितांत आवश्यकता : प्रो कल्पना वीरेंद्र सिंह
विश्व वेटलैण्ड दिवस-2025 सप्ताह के अन्तर्गत माधव कॉलेज में हुआ विशिष्ठ व्याख्यान

उज्जैन। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शासकीय माधव कॉलेज उज्जैन में भूगोल विभाग एवं ईको क्लब के संयुक्त तत्वावधान में विश्व वेटलैण्ड दिवस-2025 सप्ताह के अन्तर्गत “हमारे तालाब, हमारी धरोहर’“ विषय पर विशिष्ट व्याख्यान हुआ। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य प्रो कल्पना वीरेंद्र सिंह ने वेटलैण्ड के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गत वर्ष बेंगलुरु जैसे शहर को डेजर्ट नगर घोषित किया गया था। यह चिन्ता का विषय है। हमारे उज्जैन नगर में भी मार्च अप्रैल के महीनों में पानी की समस्या हर वर्ष रहने लगी है। हमें वर्तमान समय में जल संरक्षण की आवश्यकता है।
प्राचार्य ने भूगोल एवं एन.सी.सी. के विद्यर्थियों को हमारे तालाब, हमारी धरोहर को सरंक्षित रखने की शपथ दिलाई। मुख्य वक्ता मेजर डॉ. प्रभाकर मिश्र महिदपुर ने हमारे तालाब, हमारी धरोहर विषय पर जलाशयों (वेटलैंड्स) के बारे में जागरूकता बढ़ाने तथा जलाशयों के महत्त्व, जैवविविधता संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन नियंत्रण में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका की जानकारी दी। जलाशयों के महत्व को रेखांकित किया। कार्यक्रम के संयोजक भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ. रवि मिश्र द्वारा उज्जैन की पावन सरिता माँ शिप्रा व सप्त सरोवर के महत्व को बताया। कार्यक्रम संयोजक डॉ. मोहन निमोले ने अतिथि परिचय एवं विषय प्रवर्तन करते हुए बताया कि हमारे तालाब, हमारी धरोहर यह अभियान पृथ्वी पर जीवन को संतुलित रखने में मदद करता है। एक स्थायी भविष्य के लिए बेहद आवश्यक है। डॉ. शोभा रानी मिश्र व शोधार्थी नीता सोलंकी ने प्रचीन भारतीय वैदिक परंपरा में जल तत्व के महत्व को रेखांकित किया। जल के विभिन्न रूपों का ऋग्वेद के अनुसार वर्णन किया। संचालन डॉ. जफर महमूद ने किया। आभार डॉ. रवि मिश्र ने व्यक्त किया। इस अवसर पर शोधार्थी सौदान सिंह, दशरथ प्रसाद, नारायण, मनीष रावत, मनु भिंडे सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।