हत्या कर शव बिस्तर पेटी में छुपाया, बदबू आई तो गद्दे जलाए
बेटे और भाई ने मांगा दीपा के लिए न्याय, टीआई पर हत्यारों को बचाने के आरोप

उज्जैन। दीपा उर्फ कृष्णाबाई आयु 43 वर्ष, निवासी ग्राम पालखंदा थाना नरवर की मौत के मामले में दीपा के पुत्र राजकुमार परमार ने विजय परमार, अंतरसिंह, सावित्री बाई और अजय परमार पर हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि 9 मई 2023 की रात्री में तीनों ने मिलकर दीपा की हत्या की है एवं साजिश करके आत्महत्या बताने के लिए शव को रस्सी का फंदा बनाकर छत से लटकाई और फिर नीचे उतारकर बिस्तर पेटी में छुपा दिया। वहीं दीपा के भाई हेमन्त चौहान ने दीपाबाई हत्याकांड में तत्कालीन नरवर थाना प्रभारी पर एफ.आई.आर. में चमत्कारी बाते दर्ज करने और लापरवाही का आरोप लगाते हुए आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग पुलिस महानिरीक्षक से की है।
राजकुमार परमार ने बताया कि आरोपियों द्वारा बीच बचाव करने पर मुझे मारा, मैं अपने मामा हेमंत चौहान को फोन लगा रहा था तो इन लोगों ने मेरा फोन छीन लिया और मेरे काका अजय परमार ने मेरी गर्दन पर चाकू रख दिया और कहा कि तुझे भी तेरी मम्मी की तरह जान से मार देगें। लाश को बिस्तर पेटी में छुपा दिया और लाश से बदबू आने पर गद्दा जला रहे थे जब लाश में से बहुत ज्यादा बदबू आने लगी तब अंतरसिंह, सावित्रीबाई, अजय परमार ने स्वयं को बचाने के लिए चौकीदार, सरपंच और पुलिस को खबर कर दी और इन लोगों ने मुझे जबरन नशीला पदार्थ पिलाया और कहा कि जब तब हम तुझे न उठायें तु उठना मत। इन लोगों ने मुझे डराया कि जैसा हम बोले वैसा ही पुलिस को बयान देना।
राजकुमार परमार के अनुसार अंतरसिंह और सावित्रीबाई ने पुलिस को गुमराह किया 9 मई को रात में हत्या की ओर बचने के लिए 11 मई 2023 को सुबह 5 बजे मेरी मां को जिंदा बताकर मायके जाना बताया। अब ये लोग धारा 164 के बयान’ बदलने के लिए मुझे जान से मारने की धमकी दे रहे है। 16.06.2024 को रात्री 8.30 बजे के लगभग मैंने बांगर टोलटेक्स पर पहुँचकर मेरे मामा को फोन करके बुलाया और उनको साथ लेकर पुलिस थाना नरवर पर जाकर सूचना दी। राजकुमार परमार ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत करते हुए मांग की कि मेरा सब सामान, कपड़े, मेरी माता के जेवर आदि सामग्री इन लोगों के पास में है इन लोगो से मेरा सामान दिलवाने की कृपा करें। ये लोग मेरे एवं मेरे मामा हेमंत चौहान और मेरी बहन उर्वशी के साथ कोई भी घटना कर सकते है ये लोग कहते है कि तेरा मामा बार-बार पुलिस में आवेदन दे रहा है उसका कुछ करना पड़ेगा। इन लोगो से हमे जान का खतरा हैं।
वहीं हेमन्त चौहान ने कहा कि पी.एम. रिपोर्ट के अनुसार मेरी बहन दीपाबाई की हत्या 9 मई 2023 को सुबह 11 बजे से 10 मई 2023 को सुबह 11 बजे के बीच हुई (48 से 72 घंटे) किंतु तत्कालीन थाना प्रभारी संजय मण्डलोई ने हत्यारों को बचाने के लिये हत्या समय बदल दिया। थाना प्रभारी ने एफ.आई.आर. में चमत्कारी बातें दर्ज की है 11 मई 2023 को सुबह 5 बजे दीपाबाई को जिंदा बताया, लाश को चलते फिरते बाथरूम में जाते बताया। 12 कि.मी. दूर मायके देवास जाना बताया। जबकि हकीकत में दीपा की हत्या 9 मई 2023 को हो चुकी थी ओर लाश बिस्तर पेटी में सड़ रही थी।
मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक के समक्ष 6 जून 2023 व 20 जून 2023 को आवेदन दिये। आवेदनों जाच के आदेश हुए किंतु जांच अधिकारी संजय मण्डलोई को बचाने पर विशेष उच्चस्तरीय जांच के आदेश हुए किंतु जांच अधिकारी संजय मंडलोई ने हत्यारे परिजनों के लिये अंतरसिंह व सावित्रीबाई के पूर्व में दिये धारा 161 के बयान भी बदलवा दिये।
हेमंत चौहान ने बताया कि मुझे पी.एम. रिपोर्ट करिब साढ़े 3 माह बाद वकिल द्वारा न्यायालय से मिली। पी.एम. रिपोर्ट मिलने पर हमें पता चला की थाना प्रभारी संजय मण्डलोई ने हमसे सच छुपाया और रसूकदार हत्यारों का साथ दिया। हेमंत चौहान ने पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया कि यह प्रकरण संज्ञान में लेकर जांच करें एवं मेरी बहन के हत्यारे विजय परमार, रेखा मालवीय, अंतरसिंह, सावित्री बाई, अजय परमार को रिमांड पर लेकर सख्ती से पूछताछ करके हत्या का समय मालूम करें।
हत्यारे परिजनों ने दीपा की लाश को तीन दिनों तक बिस्तर पेटी में छिपाकर रखा पुलिस को भी सूचना नहीं दी और हमें भी देवास खबर नहीं की। मुझे 12 मई 2023 को सुबह पुलिस ने सूचना दी। हेमंत चौहान ने कहा कि जिनके घर पर वैश्या आती है उन लोगों को पुलिस निर्दोष मानती है जबकि इसी कारण दीपाबाई की हत्या हुई हैं। अंतरसिंह, सावित्री बाई, अजय परमार गवाहो को बयान बदलने के लिये डरा धमका रहे है और जान से मारने की धमकी दे रहे है फिर भी पुलिस ने अब तक इन आदतन अपराधियों पर कोई कार्यवाही नहीं की हैं। हेमंत चौहान के अनुसार लगभग 55 आवेदन देने और सीएम हेल्पलाईन करने के बाद भी आज तक नरवर पुलिस द्वारा कोई भी जांच नहीं की हैं। विजय परमार, अंतरसिंह, रेखा मालवीय की कॉल डिटेल, मोबाईल लोकेशन निकलवाई जाए। न्यायालय से दीपाबाई हत्याकांड की जांच के आदेश होने के बाद भी नरवर थाना पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। पुलिस महानिदेशक से हेमंत चौहान ने मांग की कि अंतरसिंह, सावित्री बाई, अजय परमार के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करें एवं एफ.आई.आर में चमत्कारी बातें दर्ज कर हत्यारों को बचाने वाले तत्कालीन नरवर थाना प्रभारी संजय मण्डलोइ पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए।