क्राइम-कंट्रोवर्सी

स्वैच्छिक सेवानिवृत्त लेने वाले सुरक्षा अधिकारी ने बनवाया शादी का फर्जी सर्टिफिकेट

पहली पत्नी ने खुद इंदौर जाकर पता लगाया फर्जीवाड़े का, संभागायुक्त से शिकायत की

उज्जैन। स्वैच्छिक सेवानिवृत्त सुरक्षा अधिकारी राकेश सूर्यवंशी के द्वारा विभाग से 15 वर्षों से सजा की जानकारी छुपाने के बाद एक और फर्जीवाड़े की जानकारी सामने आयी है। जिसमें 420 व अन्य धाराओं एवं अन्य आपराधिक प्रकरणों से बचने के लिए राकेश सूर्यवंशी ने सुमन सोनी महिला को पहली पत्नी की शादी के दो माह पूर्व का शादी का सर्टिफिकेट बनवाया जो जाली दस्तावेज है। पहली पत्नी रेखा सूर्यवंशी ने इंदौर जाकर इस फर्जीवाड़े का पता लगाया। इसके बाद संभागायुक्त को शिकायत कर मांग की कि राकेश सूर्यवंशी पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करवाया जाए।
रेखा सूर्यवंशी ने बताया कि राकेश सूर्यवंशी ने बाले-बाले वी.आर.एस. इसलिए लिया है कि राकेश को लगा कि सजा होने की जानकारी विभाग को लग जायेगी तो नौकरी से बर्खास्त हो जायेंगे और नौकरी का पैसा नहीं मिलेगा व पेंशन भी नहीं मिलेगी।
रेखा सूर्यवंशी द्वारा की गई शिकायत की जाँच विद्युत विभाग ज्योति नगर उज्जैन में चल रही है। रेखा ने बताया कि राकेश सूर्यवंशी ने सुमन सोनी से विवाह का प्रमाण-पत्र बनवाया है। जिसमें मेरे विवाह के दो माह पूर्व का सुमन सोनी से विवाह होना दर्शाया गया है जो पूर्णतः फर्जी है जिसकी जाँच कर राकेश सूर्यवंशी के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए।
राकेश सूर्यवंशी ने आर्य समाज मंदिर इन्दौर का विवाह का एक प्रमाण-पत्र मुख्य अभियंता विद्युत विभाग ज्योति नगर, उज्जैन में प्रस्तुत किया है जिसमें 24/09/1996 को सुमन सोनी से विवाह होना दर्शाया है। उक्त प्रमाण-पत्र पूर्ण रूप से झूठा है। राकेश सूर्यवंशी की पहली पत्नी मैं रेखा सूर्यवंशी हूँ। राकेश सूर्यवंशी के द्वारा उनको हुई सजा व जेल में काटी गयी सजा की जानकारी विभाग से छुपायी गयी थी।
मेरे द्वारा शिकायत की गयी थी कि राकेश सूर्यवंशी को 17/03/2011 को न्यायालय विशेष अपर सत्र न्यायाधीश भोपाल, श्रीराम शर्मा के द्वारा एक माह का कारावास एवं 3000/-रूपये के दण्ड से दण्डित करने का आदेश पारित किया गया था एवं पूर्व के 3000/-रूपये के अर्थदण्ड को श्रीमान के द्वारा यथावत रखा गया था। राकेश सूर्यवंशी के द्वारा दिनांक 17/03/2011 को पुनः वरिष्ठ न्यायालय के आदेशानुसार जेल में सजा भुगताने की जानकारी विभाग से छुपायी गयी और निरंतर बिजली विभाग उज्जैन व इन्दौर में नौकरी करते रहे व वेतन लेते रहे। जब राकेश सूर्यवंशी को ऐसा लगा कि सजा की जानकारी विभाग को लग जायेगी और नौकरी से बर्खास्त हो जायेंगे व ग्रेच्युटी का पैसा भी नहीं मिलेगा और पेंशन भी नहीं मिलेगी तब राकेश सूर्यवंशी ने बाले बाले स्वैच्छि सेवानिवृत्ति ले ली। नियमानुसार राकेश सूर्यवंशी को मिलने वाली राशि उनकी प्रथम पत्नी होने के नाते राशि मुझे रेखा सूर्यवंशी को दिये जाने की मांग मैंने विभाग से की थी व राकेश सूर्यवंशी के द्वारा सजा भुगतने की जानकारी विभाग से छुपायी गयी थी इस पर मेरे द्वारा राकेश सूर्यवंशी को नौकरी से बर्खास्त करने की कार्यवाही भी गयी थी। राकेश सूर्यवंशी के द्वारा सुमन सोनी को फर्जी तरीके से पहली पत्नी होने के फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किये गये है जो कि अवैध है। राकेश सूर्यवंशी से मेरा विवाह 01/12/1996 को हुआ और मैं ही राकेश सूर्यवंशी की पहली पत्नी हूँ। क्योंकि नियमानुसार दुसरी पत्नी से विवाह किये जाने पर पहली पत्नी से तलाक लेना पड़ता है। इस प्रकार राकेश सूर्यवंशी ने बोखलाहट में सुमन सोनी से मेरे विवाह से दो माह पूर्व का विवाह का प्रमाण-पत्र बनवाया है जो कि एक फर्जी है और सर्टिफिकेट 27 वर्ष बाद माह जुलाई 2024 में बिजली विभाग ज्योर्ति नगर उज्जैने में प्रस्तुत किया है। रेखा सूर्यवंशी ने कहा कि इससे यह स्पष्ट है कि राकेश सूर्यवंशी आदतन अपराध की प्रवृत्ति का व राकेश सूर्यवंशी पर थाना कोतवाली उज्जैन में भी गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज है व राकेश सूर्यवंशी के पुरे परिवार पर भी गंभीर धाराओं में तीन-चार प्रकरण पुलिस में दर्ज है। राकेश सूर्यवंशी शासन प्रशासन को गुमराह करने का आदी हैं।
रेखा सूर्यवंशी ने बताया कि राकेश सूर्यवंशी के द्वारा भोपाल के न्यायालय में यह स्वीकार किया है कि मैं उनकी पहली पत्नी हूँ इसके बावजूद भी राकेश सूर्यवंशी के द्वारा इस प्रकार के फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर विभाग में पेश कर अवैधानिक कृत्य है इनके विरूद्ध अतिशीघ्र आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए।
रेखा सूर्यवंशी ने संभागायुक्त से मांग की कि राकेश सूर्यवंशी के द्वारा सजा की जानकारी छुपायी जाने की धारा में आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जावे और राकेश सूर्यवंशी के द्वारा आर्य समाज मंदिर इन्दौर का सुमन सोनी से मेरे विवाह से दो माह पूर्व विवाह होने का प्रमाण-पत्र की जाँच कर फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करने के संबंध में जो भी धाराएं है उसके संबंध में पुलिस में प्रकरण दर्ज कर सख्त कार्यवाही की जाए।

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