धर्म-अध्यात्म

सिंहस्थ सिटी में पक्के निर्माण का पहला भूमिपूजन हुआ 81 फीट अर्जी वाले हनुमान पर

अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने किया भूमिपूजन

उज्जैन। सिंहस्थ सिटी के पहले पक्के निर्माण का भूमिपूजन अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्रपुरीजी महाराज ने बड़नगर रोड़ स्थित अर्जी वाले हनुमान 81 फीट मंदिर परिक्षेत्र में 13 मार्च बुधवार को किया। इसी के साथ सिंहस्थ महाकुंभ में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की घोषणानुसार सिंहस्थ क्षेत्र में पक्के निर्माण की शुरूआत हुई।
वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंदपुरीजी महाराज एवं महामंडलेश्वर गुरू मां आनंदमयी के सानिध्य में यहां किचन, मैस और 12 कमरों के निर्माण का भूमिपूजन हुआ। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंदपुरीजी महाराज ने मुख्यमंत्री द्वारा इस कुंभ की भव्यता बनाने के लिए स्थाई निर्माणों की पहल के लिए धन्यवाद दिया। आपने कहा कि प्रयागराज कुंभ में 66 करोड़ लोग आए थे, 2028 में उज्जैन के महाकुंभ में इससे भी अधिक श्रध्दालुओं के आने की संभावना है। उज्जैन पहले प्राचीन भारत की राजधानी थी, मुख्यमंत्री इस देश को सांस्कृतिक राजधानी बनाने का प्रयास कर रहे हैं। सिंहस्थ क्षेत्र में पक्के निर्माण हो, हॉस्पिटल, धर्मशाला बने, इसी के तहत कुंभ की योजना लाए हैं, यहां भक्त आएंगे तो उज्जैन का विकास होगा। महात्माओं के शिष्यों के माध्यम से उज्जैन में इन्वेस्ट भी होगा। प्राचीन भारत की राजधानी उज्जैन भारत की सांस्कृतिक राजधानी बनने की ओर अग्रसर है। महाराजश्री ने कहा कि जब से मोहन यादवजी मुख्यमंत्री बने हैं तब से एक लाख करोड़ से ज्यादा के इन्वेस्टमेंट की घोषणाएं की गई है। हमने प्रयागराज में कुंभ के बाद रीवा से उज्जैन तक का जो सफर किया ऐसा कोई रास्ता नहीं जहां निर्माण न चल रहा हो। मुख्यमंत्री पर भगवान की कृपा है और अर्जीवाले हनुमान का पूरा आशीर्वाद है। सभी मुख्यमंत्री को इस अभिनव पहल के लिए शुभकामनाएं देते हैं। पूरे देश के संत आशीर्वाद प्रदान करते हैं। भूमिपूजन अवसर पर जीवनपुरी महाराज, मोहनपुरी महाराज, पंकज महाराज, टीना महाराज, योगेश महाराज, पं. भूपेंद्र, पं. आशीष, अखाड़ा परिषद के गोविंद सोलंकी, राहुल कटारिया, पप्पू निरंजनी सहित अनेक गणमान्यजन मौजूद रहे।
2028 में अखाड़े की पेशवाई निकलेगी अर्जी वाले हनुमान से
महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंदपुरीजी महाराज ने बताया कि भूमिपूजन अवसर पर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रवींद्रपुरीजी महाराज ने निरंजनी अखाड़े की पेशवाई बड़नगर रोड़ स्थित अर्जीवाले हनुमान मंदिर से निकालने की बात कही। महाराजश्री ने कहा कि 2028 में अखाड़े की पेशवाई अर्जी वाले हनुमान से निकलेगी।

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