समस्त जैन श्री संघों-सकल जैन समाज को एक ही छत के नीचे लाने के प्रयास
जैना ग्लोबल धार्मिक एवं पारमार्थिक न्यास का गठन
प्रथम वैश्विक जैन धर्म ससंद एवं शपथ ग्रहण 21 दिसम्बर को होगा
उज्जैन। सम्पूर्ण विश्व के जैन धर्म के विभिन्न सम्प्रदाय-गच्छ के एवं विभिन्न गुरू परम्परा की आम्नाय वाले समस्त जैन श्री संघों-सकल जैन समाज को जैन धर्म के वैश्विक महासंघ एवं अन्तर्राष्ट्रीय मुख्यालय रूपी एक ही छत के नीचे लाने के लिए उज्जैन के युवाओं ने एक अभिनव प्रयास किया है। इसके तहत जैना ग्लोबल धार्मिक एवं पारमार्थिक न्यास का गठन किया गया है।
इस न्यास की पहली बैठक में 13 सदस्यों को प्रथम ट्रस्ट बोर्ड के संस्थापक सदस्य के रूप में मनोनित किया गया। इसमें न्यास के आजीवन संस्थापक ‘मैत्रीदूत‘ कमल कुमार जैन सागरमल जैन, ग्लोबल अध्यक्ष विजय पन्नालाल सुराणा, ग्लोबल उपाध्यक्ष जयन्तिलाल फूलचन्द फाफरिया, ग्लोबल सचिव सुनिलकुमार राजमलजी दोसी, ग्लोबल कोषाध्यक्ष संजय बाबुलाल मेहता, मिलन’, कानूनी सलाहकार एवं ग्लोबल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर अजय रमणलाल गिरिया तथा बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के रूप में अजेश विजयचन्द कोठारी, राजेश पुखराजमल जैन डगवाला, संजय प्रेमचन्द बापना, अमित मनसुखलाल सूर्या, प्रवीण मोतीलाल कांकरिया, दिनेश श्यामलाल जैन सुपर फार्मा, जम्बु जैन ‘धवल‘ नेमिचन्द जैन को मनोनित किया गया। आगामी 21 दिसम्बर को होने वाली प्रथम वैश्विक जैन धर्म संसद में ट्रस्ट की परिचायिका भी प्रकाशित की जायेगी, जिसमें ट्रस्ट के उद्देश्यों को विस्तृत रूप से प्रकाशित किया जायेगा। इसके साथ ही ट्रस्ट बोर्ड के समस्त पदाधिकरियों एवं सदस्यो का शपथ ग्रहण होगा। इस आयोजन के व्यवस्थापक के रूप में श्री सकल जैन समाज-उज्जैन को अधिकृत किया गया है। इसके साथ ही आयोजन समितियों का भी गठन किया गया है। इस मुख्य आयेजन समिति में विजय सुराणा, दिनेश जैन सुपर फार्मा, श्रवणकुमार सौगानी, जयन्तिलाल फाफरिया, संजय बापना है। कुछ अन्य मुख्य दायित्व भी सौंपे गये जिनमें भोजन व्यवस्था में दिनेश जैन, अमित सूर्या, मंच व्यवस्था संजय जैन ‘मिलन’, राजेश जैन ’डगवाला’, जम्बू जैन, स्वागत व्यवस्था में अजेश कोठारी, संजय बाफना, मीडिया व्यवस्था में संजय बापना, शपथ में राजेश जैन तथा अनुकूल जैन का नाम तय किया गया। शीघ्र ही उज्जैन के 100 युवाओं तथा 100 श्राविकाओं की एक अति आवश्यक मीटिंग भी होगी, जिसमें कार्य का विधिवत विभाजन किया जायेगा।