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संतों, किसानों ने शासन व सरकार की लैंड पूलिंग योजना को सिरे से खारिज किया
लैंड पूलिंग योजना को लेकर संतों, किसानों तथा अधिकारियों की बैठक संपन्न

उज्जैन। 13 अखाड़े के महंतो तथा प्रशासन के साथ किसानों की बैठक 22 मार्च को हुई। जिसमें संतों, किसानों ने शासन व सरकार की लैंड पूलिंग योजना को सिरे से खारिज कर दिया।
संत महंतों ने एक स्वर में किसानों के हित में बात करते हुए कहा कि सिंहस्थ में जमीन अधिग्रहण जिस प्रकार पूर्व से होती आ रही है उसी प्रकार से करें। किसानों को लैंड पूलिंग योजना बिल्कुल भी मंजूर नहीं है। किसानों तथा विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप सोनी के साथ स्थानीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत डॉ. रामेश्वरदास जी महाराज, उपाध्यक्ष महंत सत्यानंद महाराज, बड़ा उदासीन अखाड़ा, सचिव महंत रामेश्वर गिरी महाराज जूना अखाड़ा, कोषाध्यक्ष महंत भगवान दास महाराज निर्मोही अखाड़ा, दिग्विजय दास निर्वाणी अखाड़ा, दिग्विजय दास दिगंबर अखाड़ा, महंत मंगलदास नया उदासीन अखाड़ा, लाल राज महाराज आदि 13 अखाड़े के संत महंत उपस्थित रहे। सभी ने किसानों का समर्थन किया। प्राधिकरण के सीईओ संदीप सोनी ने विस्तार से योजना को किसानों के समक्ष रखा किंतु किसानों ने ध्वनी मत से उसे खारिज कर दिया। जिसका समर्थन सभी उपस्थित संतों ने भी किया। किसानों की ओर से एडवोकेट अर्पित वर्मा, राहुल शर्मा, आशुतोष उपाध्याय, सुरेंद्र चतुर्वेदी, ललित मीणा, अजय यादव, जीवन सिंह पटेल, तोलाराम पटेल, रामेश्वर पटेल, विक्रम पटेल, देवी सिंह पटेल, गोवर्धन पटेल, जीवन सिंह, पुष्कर यादव, गजेंद्र मारोठिया, राधेश्याम चौधरी, अशोक चौधरी, लीलाधर माली, रमेश माली, मांगीलाल माली, गुड्डू माली, संजय माली, गोविंद शर्मा, रमेश द्विवेदी, नेमीचंद भाटी, रमेश पहलवान आदि किसान प्रतिनिधियों ने किसानों का पक्ष सभी साधु महात्मा तथा उपस्थित अधिकारियों के बीच रखा।