शहरी क्षेत्र में शिक्षा के प्रचार प्रसार से गर्भवती महिलाओं के पंजीयन में स्वतः कमी आई
न्यू बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने गर्भवती पंजीयन के मामले में लक्ष्य पूर्ति न होने को लेकर उठाये गये प्रभावी कदमों पर पुनर्विचार की मांग

उज्जैन। गर्भवती पंजीयन के मामले में लक्ष्य पूर्ति न होने को लेकर उठाये गये प्रभावी कदमों पर पुनर्विचार कर शिथिलता प्रदान करने की मांग को लेकर न्यू बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा संभागीय अध्यक्ष एम.आर. मंसूरी, संभागीय संगठन मंत्री ओमप्रकाश यादव के नेतृत्व में मुख्य चिकित्सा एवं स्वा. अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
एमआर मंसूरी ने बताया कि विगत दिनों सीएमएचओ द्वारा समीक्षा बैठक में जनवरी 2025 तक गर्भवती पंजीयन के मामले में समीक्षा की गयी एवं तत्काल प्रभाव से 7 एनएनएम को शहरी क्षेत्र से ग्रामीण क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया गया है। न्यू बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने उक्त बैठक में आवश्यक बिन्दुओं की अनदेखी कर जो निर्णय पारित किया गया उस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जहां तक लक्ष्य पूर्ति का सवाल है शहरी क्षेत्र में शिक्षा के अधिक प्रचार प्रसार के कारण गर्भवती महिलाओं के पंजीयन में स्वतः कमी आ गयी है। दूसरी ओर देखा जावे कि कई वार्डो में जनसंख्या अत्यधिक दर्शायी गयी है। जो विचारणीय है। इस व्यवस्था को सुदृढ बनाने के लिए कार्यरत एएनएम को ग्रामीण अंचल में स्थानांतरित करने के बजाए उनका वार्ड बदल दिया जावे या फिर समयावधि बढ़ाई जावे ताकि लक्ष्य पूर्ति बाधित न हो। दूसरी ओर 16 एएनएम के लक्ष्य पूर्ति न होने से उनका वेतन काटा गया है जो कि न्यायोचित नहीं है। संघ द्वारा इस पर पुनर्विचार की मांग करते हुए कहा गया कि कर्मचारीगण में इस मामले को लेकर असंतोष उपज रहा है। एमआर मंसूरी के अनुसार सीएमएचओ ने संघ की बातें संवेदनशीलता से सुनी साथ ही कर्मचारी हित में दोनों आदेशों पर शिथिलता बरतते हुए 25 फरवरी तक मामले का निराकरण करने हेतु आश्वस्त किया है। कर्मचारी संघ ने सीएमएचओ के प्रति धन्यवाद भी ज्ञापित किया।