शरद शर्मा को प्रदान किया नवीन रंगश्री सम्मान
शरद शर्मा ने अपनी जिद, हठधर्मिता और मेहनत से रंगकर्म में देशभर में अपनी पहचान बनाई

उज्जैन। शरद शर्मा ने अपनी जिद, हठधर्मिता और मेहनत से रंगकर्म में देशभर में अपनी पहचान बनाई है। अभिनव रंग मंडल के माध्यम से सैकड़ों नाटकों का निर्देशन, मंचन और अभिनय कर, नए रंगकर्मियों को भी आपने आगे बढ़ाया है।
ये विचार पूर्व सांसद, विधायक और शिक्षाविद डॉ. चिंतामणि मालवीय ने आस्था समाज रचना सेवा अनुसंधान संस्थान के आयोजन नवीन डेविड जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। समारोह के अध्यक्ष समाजसेवी रविप्रकाश लंगर ने प्रो. डेविड के रंगकर्म के प्रति समर्पण को रेखांकित किया। उल्लेखनीय है कि प्रख्यात रंगकर्मी और प्राध्यापक नवीन डेविड की जयंती को उज्जैन रंगमंच दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस अवसर पर नवीन रंगश्री सम्मान प्रदान किया जाता है। इस वर्ष का नवीन रंगश्री सम्मान, देश के प्रसिद्ध रंगकर्मी और अभिनव रंग मंडल के निदेशक शरद शर्मा को प्रदान किया गया। सम्मान के तहत सम्मान पत्र, शाल श्रीफल से अथितियों ने शरद शर्मा को सम्मानित किया। सम्मान पत्र का वाचन डॉ. हरीशकुमार सिंह ने किया। अपने सम्मान के प्रतिउत्तर में शरद शर्मा ने अपने रंगकर्म के आरंभिक दिनों के संघर्ष को याद करते हुए कहा कि संघर्ष से ही सफलता की नींव रखी जा सकती है। आयोजन की रूपरेखा और स्वागत भाषण आस्था समाज रचना सेवा अनुसंधान संस्थान की अध्यक्ष डॉ. पांखुरी वक्त जोशी ने दिया। अतिथि स्वागत डॉ. गोपाल शर्मा, नितिन डेविड, शीतल अरोरा आदि ने किया। समारोह में गिरजेश व्यास, प्रवीण जोशी, डॉ. गोपाल शर्मा, सुधा शरद, जगरुप सिंह चौहान, राजेन्द्र चावड़ा, भूषण जैन, प्रकाश देशमुख आदि उपस्थित थे। संचालन डॉ. पांखुरी वक्त जोशी ने किया और आभार डॉ. हरीशकुमार सिंह ने व्यक्त किया।