प्रशासनिक

वेतन में चोरी गलत, इतने कम वेतन में घर नहीं चलता

कर्मचारी संघ ने चरक अस्पताल में किया कर्मचारी संपर्क

पूर्व केबिनेट मंत्री बोले, सभी विभागों का एक पत्र बनाकर मुख्यमंत्रीजी को दिया जाएगा
उज्जैन। मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ एवं भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश व्यापी संपर्क अभियान के अंतर्गत 16 दिसंबर को चरक अस्पताल जिला चिकित्सालय, लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिक कार्यालय कृषि विभाग एवं मिट्टी परीक्षण विभाग में नियमित संविदा एवं आउटसोर्स कर्मचारी से संपर्क कर भारतीय मजदूर संघ एवं मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ द्वारा उनके हित में किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया एवं उनकी समस्याओं को जानकर शासन स्तर तक बात रखने का आश्वासन दिया।
जिला सहसचिव एमआर मंसूरी ने बताया कि चरक अस्पताल में भी आउटसोर्स कर्मचारी की समस्या खुलकर के सामने आई। संपर्क में कई कर्मचारियों ने बताया कि जिला चिकित्सालय में उन्हें मात्र 4500 रुपए एवं सुरक्षा कर्मी को 6000 से 8000 तक वेतन प्राप्त हो रहा है। कंप्यूटर ऑपरेटर को भी मात्र 7 से 8000 रूपये वेतन मिल रहा है जो की न्यूनतम वेतन की श्रेणी में नहीं आता है। आउटसोर्स कर्मचारी के साथ ऐसे व्यवहार को लेकर भारतीय मजदूर संघ एवं मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ ने भारी नाराजगी व्यक्त की है। लेब प्रभारी के द्वारा भी यह पीड़ा जाहिर कहीं गई थी। कम वेतन होने के कारण यह लोग नौकरी आए दिन छोड़ते रहते हैं जिससे कि स्वास्थ्य विभाग का कार्य प्रभावित होता है। इतने वेतन में यह लोग अपना घर नहीं चला पाते हैं। श्रमिक संपर्क अभियान के दौरान उज्जैन आगर विभाग प्रमुख सतीश शर्मा, प्रदेश संगठन मंत्री मनोहर गिरी, जिला संयोजक ओमप्रकाश यादव, जिला अध्यक्ष मनीष कारपेंटर, आउटसोर्स कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष गुलशन मंसूरी, एमआर मंसूरी, नवीन पांडे, मनोज मोर्टे, अशोक मालवीय, राजीव सिंह सेंगर, पुरुषोत्तम शर्मा उपस्थित थे।
पूर्व केबिनेट मंत्री ने भी जताई नाराजगी
पूर्व कैबिनेट मंत्री सुल्तान सिंह शेखावत ने भी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि शासन कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन दे रहा है। इस प्रकार की वेतन में चोरी बहुत ही गलत है। सभी विभागों का एक पत्र बनाकर मुख्यमंत्रीजी को दिया जाएगा। ताकि इस प्रकार की चोरी पर अंकुश लगाया जा सके।

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