विष्णु सागर में विद्यार्थियों ने पाई मेडिसिनल पादप की लगभग 100 प्रजातियां
100 स्थलीय तथा 5 जलीय पादप प्रजातियां का छात्रों ने भविष्य में विश्व परिदृश्य पर परिलक्षित करने का लिया संकल्प
उज्जैन। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस माधव महाविद्यालय के बीएससी प्रथम वर्ष वनस्पति शास्त्र के विद्यार्थियों ने विष्णु सागर का वनस्पति भ्रमण करके यहां की औषधीय पादप प्रजातियों का अध्ययन किया। अध्ययन के दौरान पाया कि यहां मेडिसिनल पादप की लगभग 100 प्रजातियां पाई जाती है। जिन्हें छात्रों ने भविष्य में औषधीय पादप के ट्रेजर हाउस रूप में विकसित करने का संकल्प लिया है।
प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस माधव महाविद्यालय उज्जैन की प्राचार्या डॉ कल्पना सिंह ने बताया कि प्रथम वर्ष की तरह ही संस्था के बी.एससी. द्वितीय वर्ष के वनस्पति शास्त्र के विद्यार्थियों ने भी विष्णु सागर का वनस्पति भ्रमण करके यहां की जल एवं स्थलीय पादप प्रजातियों का अध्ययन किया। अध्ययन के दौरान पाया कि यहां 100 स्थलीय तथा 5 जलीय पादप प्रजातियां पाई जाती है, जिन्हें छात्रों ने भविष्य में विश्व परिदृश्य पर परिलक्षित करने का संकल्प लिया है। डॉ मनोज कुमार सिसोदिया के निर्देशन में आयोजित इस भ्रमण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस माधव विज्ञान महाविद्यालय के बी.एससी तृतीय वर्ष वनस्पति शास्त्र के विद्यार्थियों ने भी विष्णु सागर वेटलैंड का बोटैनिकल टूर करके बताया कि यहां पर टेरेस्टीयल और एक्वेटिक दोनों प्रकार की पादप प्रजातियां पाई जाती है। बोटैनिकल टूर के दौरान पाया कि यहां रेड डाटा बुक में वर्णित 9 श्रेणियां पादप प्रजातियां पाई जाती है। इन पादप प्रजातियों को चिन्हित करके भविष्य में सुरक्षित एवं संवर्धित करने का संकल्प लिया।