पाठशाला
विद्यार्थियों ने रात्रि में इंसेक्ट एकत्रीकरण एवं उसके संग्रहण की विधि सीखी
50 विद्यार्थियों के दल ने किया डायनासोर पार्क में भ्रमण

विज्ञान दिवस पर हुई पांच दिवसीय कार्यशाला
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय की प्राणिकी एवं जैव-प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला में विज्ञान दिवस के अवसर पर पांच दिवसीय कार्यशाला संपन्न हुई।
विक्रम विश्वविद्यालय की प्राणिकी एवं जैव-प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला एवं जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के संयुक्त 28 फरवरी से 3 मार्च तक कार्यशाला का आयोजन किया गया। विभागाध्यक्ष डॉ सलिल सिंह ने बताया कि विभाग का जेड एस आई से एमओयू है, जिसे सक्रिय बनाए रखने के उद्देश्य से वैज्ञानिकों का दल समय-समय पर विभाग में आ कर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करता रहता है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में जेड एस आई द्वारा अलग-अलग विभिन्न आयोजन किए गए। वैज्ञानिक डॉ पी एस भटनागर, डॉ संदीप कुशवाह, डॉ राजेश कुमार मौर्य एवं डॉ सोनम जहान द्वारा विभिन्न विषयों पर विद्यार्थियों को व्याख्यान दिया गया। इस कार्यशाला में व्याख्यान के अतिरिक्त विभाग के शिक्षक संतोष कुमार ठाकुर एवं डॉ शिवी भसीन के मार्गदर्शन में 50 विद्यार्थियों के दल को बाग स्थित डायनासोर पार्क में भ्रमण हेतु ले जाया गया। इसके अतिरिक्त कार्यशाला में जेड एस आई के वैज्ञानिकों एवं विभाग के शिक्षक डॉ गरिमा शर्मा, डॉ शीतल चौहान और डॉ पूर्णिमा त्रिपाठी वाइल्ड लाइफ डे के अवसर पर विद्यार्थियों के लिए क्विज करवाया गया एवं विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। इस कार्यशाला का सबसे अदभुत पल वह था जब वैज्ञानिकों के दल एवं विभाग की शिक्षक डॉ संतोष ठाकुर एवं डॉ स्मिता सोलंकी की अध्यक्षता में विद्यार्थियों ने रात्रि में इंसेक्ट एकत्रीकरण एवं उसके संग्रहण की विधि सीखी। जेड एस आई के वैज्ञानिक दल को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अर्पण भारद्वाज ने कहा कि ऐसे आयोजन जो विद्यार्थियों का ज्ञान वर्धन करे एवं उन्हें विषय के प्रायोगिक स्तर से जोड़ कर रखे के आयोजन की निरंतरता बनाए रखनी चाहिए।