महाकुम्भ के विशेष योग का जल माँ शिप्रा में अर्पित
जो लोग शाही स्नान में प्रयागराज नहीं जा पा रहे वो माँ शिप्रा में स्नान कर महाकुम्भ के स्नान का पुण्य फल प्राप्त कर सकेंगे

उज्जैन। सनातन धर्म के सबसे विशाल धार्मिक मेले महाकुम्भ का प्रारम्भ तीर्थ राज प्रयाग पर आयोजित हो चुका है। इसी कड़ी में एकादशी पर्व पर दिव्य संतो की पावन संनिधि में श्री रामघाट तीर्थंपुरोहित सभा अवन्तिकापुरी द्वारा त्रिवेणी संगम का जल लिया। जिसे उज्जैन तीर्थ की मोक्षदायनी माँ शिप्रा में चतुर्दशी 12 जनवरी को अर्पित किया गया। ताकि जो लोग शाही स्नान में प्रयागराज नहीं जा पा रहे वो माँ शिप्रा में स्नान कर महाकुम्भ के स्नान का पुण्य फल प्राप्त कर सके।
उक्त कार्यक्रम में अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज अध्यक्ष पं सुरेन्द्र चतुर्वेदी, पं रविन्द्र भारद्वाज, पं शैलेन्द्र दुबे, पं महेश शर्मा, वरिष्ठ तीर्थंपुरोहित पं मोहन गुरु, पं उत्तम दुबे, पं अभय त्रिवेदी, पं आनंद गुरु लोटा वाला, पं राकेश जोशी सहित श्रद्धांलु सम्मिलित हुए। तीर्थंपूजन धर्माधिकारी पं गौरव उपाध्याय ने संपन्न करवाया। यह जानकारी अभा तीर्थ इकाई ब्राह्मण समाज के संयोजक पं अमृतेश त्रिवेदी ने दी।