क्राइम-कंट्रोवर्सी

महाकाल भस्मारती प्रभारी, प्रोटॉकोल में लगे कर्मचारी गिरफ्तार

सुरक्षा में लगी क्रिस्टल कंपनी के कर्मचारियों की संलिप्तता की जांच, अब तक 8 लोगों पर एफआईआर

उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को रूपये लेकर दर्शन कराने के मामले में पकड़ाये राकेश श्रीवास्तव और विनोद चौकसे का दो दिन का रिमांड खत्म होने से पूर्व ही पुलिस ने 6 और लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोपियों के इस गिरोह का खुलासा उनकी वाट्स अप चैट, अकाउंट, युपीआई की डिटेल से हुआ। इसके बाद भस्मारती प्रभारी, प्रोटोकॉल में लगे महाकाल के कर्मचारी आरोपी बने हैं। वहीं मंदिर की सुरक्षा में लगी किस्टल कंपनी के कुछ कर्मचारियों की संलिप्तता भी इसमें सामने आई है।
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा के अनुसार, गिरफ्तार विनोद चौकसे और राकेश श्रीवास्तव से मिली डिजिटल जानकारी के आधार पर अभिषेक भार्गव, राजेंद्र सिसोदिया, राजकुमार सिंह, और रितेश शर्मा नामक मंदिर के चार कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा, मंदिर में आउटसोर्स कंपनी के दो कर्मचारी ओम प्रकाश माली और जितेंद्र परमार पर भी एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की गई है। आरोपियों के मोबाइल जब्त कर उनसे अन्य जानकारी हासिल की जा रही है।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार विनोद चौकसे और राकेश श्रीवास्तव के मोबाइल डेटा, वाट्सएप चैटिंग और यूपीआई ट्रांजेक्शन के आधार पर इस ठगी के गिरोह का खुलासा हुआ। आरोपियों से पूछताछ के बाद, इस पूरे मामले में और नाम सामने आ सकते हैं। पुलिस का कहना है कि इन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार को, पुरोहित अजय शर्मा और राजेश भट्ट ने जलाभिषेक के नाम पर श्रद्धालुओं से 1100 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से 6600 रुपये और 3300 रुपये वसूल किए थे। इसके बाद विकास, संदीप, करण, और कन्हैया सुरक्षाकर्मी भी ठगी के मामले में शामिल पाए गए।
इन सभी कर्मचारियों को मंदिर अधिनियम की धारा 18(2) के तहत निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, इस मामले में महाकाल थाने में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं, और पुलिस अब जांच कर रही है। इस मामले में अब तक कुल 8 लोगों पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।

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