ब्राह्मी ब्रेन बूस्टर है याददाश्त और समझ दोनों को बढ़ाती है-नारायण स्वामी
माघ कृष्ण चतुर्दशी पर 1100 लोगों को ब्राह्मी सेवन कराया

उज्जैन। औषधियों के मानव कल्याणकारी उपयोग की ऋषि प्रणीत विधा को जीवंत बनाए रखने के लिए माघ कृष्ण चतुर्दशी को गायत्री शक्तिपीठ उज्जैन पर ब्राह्मी सेवन कराया गया। ब्राह्मी बूटी मेधा बर्धक है, यह याददाश्त और समझ दोनों को बढ़ाती है। विद्यार्थियों के साथ सभी उम्र के लोगों के लिए उपयोगी है।
यह जानकारी नारायण स्वामी योगाचार्य ने गायत्री शक्तिपीठ पर ब्राह्मी सेवन के लिए आए सैकड़ों लोगों के बीच दी। प्रतिवर्षानुसार यहां पर माघ कृष्ण चतुर्दशी 28 जनवरी को दोपहर 3 बजे से सायं 6 बजे तक करीब 1100 लोगों को ब्राह्मी सेवन कराया। जे पी यादव व्यवस्थापक गायत्री शक्तिपीठ ने देव पूजन, औषधि पूजन के साथ सभी उपस्थितों से बारह बार गायत्री महमंत्र उच्चारण कराने के बाद ब्राह्मी का सेवन कराया। आपने बताया कि पूरी बसंत ऋतु में ब्राह्मी का सेवन सभी को करना चाहिए। जिसका आज से शुभारंभ किया गया है। ब्राह्मी संकलन, पेय बनाने, वितरण आदि व्यवस्था में योगाचार्य नारायण स्वामी के साथ एम एल रणधवल, नरेंद्र सिंह सिकरवार, सुभाष गुप्ता, उत्तम सिंह राजपूत, एम एल बेलावत, अल्केश पटेल, आशा सेन, रेखा गर्ग, विनीता गुप्ता, रंजना पटेल आदि ने सराहनीय योगदान दिया।