बामनिया बंजारा समाज के इतिहास में लिखी गई एक नई इबारत
अखिल भारतीय रूप सिंह जी दरबार बामनिया बंजारा संगठन के द्वारा किया गया धर्मशाला का भूमि पूजन

उज्जैन। समाज की धर्मशालाएँ हमे यह बताती है कि उस समाज में धर्म को कितना महत्व दिया जाता है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। वह समाज में रहता है। जिस प्रकार मनुष्य के अपने परिवार के प्रति कुछ कर्तव्य होते हैं। उसी प्रकार उसके समाज के प्रति भी कुछ कर्तव्य हैं। इन्ही कर्तव्य को करना ही समाज सेवा है। यह एक पुण्य का कर्म है। इसके कारण लोग अमर हो जाते है। उन्हे सदियो तक याद किया जाता है। जिससे समाज मे रीतिरिवाज प्रस्तापित हो, समाज मे अनुसाशन आये और सब समाज बंधू का सम्मान हो। समाज का एक भवन या धर्मशाला भी होनी चाहिए जिस पर समाज गौरव महसूस कर सके।
इसी उद्देश्य को लेकर अखिल भारतीय रूप सिंह दरबार बामनिया बंजारा संगठन के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनू कछावा (बंजारा) ने बामनिया बंजारा समाज की धर्मशाला को लेकर एक सपना देखा था। जिसे आज बड़नगर रोड स्थित जैन मंदिर धर्मशाला के पास समाज की धर्मशाला का भूमि पूजन समाज के गणमान्य नागरिकों उपस्थिति में करके साकार करने के साथ ही बंजारा समाज के इतिहास में एक नई इबारत लिख कर समाज कोई एक नई दिशा दी है। इस अवसर पर मुख्य रूप से राम सिंह दायमा देवास, शिवराम दायमा शाजापुर, कालू बाबा घटिया, सिद्धू लाल गौड़ कनार्दी, भगवान सिंह राठौड़ आगर, बापूलाल चावड़ा अमरपुरा, उदय सिंह राणा भील खेड़ा, भैरू सिंह चावड़ा, अंतर सिंह बागड़ा नागदा, बिहारी लाल गौड़ नागपुरा, किशन चंदेल रणायरा, गिरधारी खींची राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पाट पाला, राहुल मोड़ावत राष्ट्रीय अध्यक्ष नागदा, अर्जुन गौड़ युवा जिला अध्यक्ष, राजेश भभूतीया संभागीय अध्यक्ष, संजय मालावत ग्रामीण अध्यक्ष नागपुर, चंद्र सिंह दायमा उज्जैन जिला अध्यक्ष चेक कमेंड, प्रदेश प्रवक्ता मनोज गरासिया सहित सैकड़ो की संख्या में बंजारा समाज के वरिष्ठ जन उपस्थित रहे।