बाबा श्री महाकाल को सुवर्ण वर्ख जड़ित 125 किलो पेढ़ों का महा राजभोग अर्पित किया
11 लाख 11 हजार 111 रूपये के पुना के प्रसिध्द पेढ़े एक लाख 18 हजार से अधिक के चांदी के थालों में बाबा को चढ़ाये
श्री हरसिध्दि माता, श्री कालभैरव, श्री मंगलनाथजी महाराज, श्री नवगृह मंदिर, श्री गढ़कालिका माता आदि मंदिरों में हर जगह 12 किलो 500 ग्राम स्वर्ण वर्ख जड़ित पेढ़ों का 60 किलोग्राम अलग से चढ़ावा अर्पित किया
उज्जैन। मार्गशीर्ष मास के शुभ अवसर पर पुना के डॉ. सागर, पत्नी डॉ. साधना, पुत्र साराध्य, पुत्री साध्या, चिरंजीवी नव जन्मीत पुत्र सात्विक कोलते परिवार द्वारा बाबा श्री महाकालजी को पुना के प्रसिध्द सुवर्ण वर्ख पेढ़े, सुवर्ड वर्ख जड़ित 11 लाख 11 हजार 111 रूपये के 125 किलो पेढ़ों का महा राजभोग अर्पित किया गया।
प्रतिनिधि मुरली मनोहर मनोहर जोशी ने बताया कि 23 दिसंबर को संध्या आरती में एक लाख 18 हजार से अधिक के चांदी के थालों में महाराजभोग बाबा को चढ़ाया गया। सुवर्ण वर्ख जड़ित 125 किलोग्राम पेढ़ों को चांदी के थालों में सजाकर बाबा श्री महाकालेश्वरजी को अर्पित करने के साथ ही श्री हरसिध्दि माता, श्री कालभैरव, श्री मंगलनाथजी महाराज, श्री नवगृह मंदिर, श्री गढ़कालिका माता आदि मंदिरों में हर जगह 12 किलो 500 ग्राम स्वर्ण वर्ख जड़ित पेढ़ों का 60 किलोग्राम अलग से चढ़ावा अर्पित किया गया। लगभग 185 किलोग्राम का स्वर्ण वर्ख जड़ित पेढ़ों का महाभोग लगाया गया।
श्री बाबा महाकालजी की नितांत सेवा करते हुए डॉ. सागर को बाबा ने शुभाशीर्वाद स्वरूप ओजस्वी तथा श्री महाकालजी के अंश कृपा रूप में चिरंजीवी नवजन्मीत पुत्रसात्विक के रूप में पुत्ररत्न प्राप्त हुआ। इसी परमोच्च फल स्वरूप के सम्मान स्वरूप में बाबा के सेवा तथा चरणों पर इसी अवसर स्वरूप तथा डॉ. सागर के जन्मदिन 22 दिसंबर के अवसर पर पुना के प्रसिध्द मिठाई पुरोहितजी से उत्तम दर्जे की, शुध्द देशी घी में बने, शुध्द मावा तथा शुध्द केशर, शुध्द सुवर्ण वर्ख से जड़ित 125 किलो पेढ़ों का राजघराना महाभोग अर्पित किया जाएगा।
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श्री बाबा महाकालेश्वरजी, श्री कामाख्या माता, श्री तिरूपति बालाजी आदि सभी भगवान और समस्त उज्जैन अवंतिका नगरी के सभी उज्जैनवासियों को सनम्र प्रणम अर्पित किया गया। श्री बाबा महाकालेश्वरजी के चरणों में नितांत पीढ़ी दर पीढ़ी सेवा का अवसर बना रहे यही परमोच्च कामना की गई तथा बनी रहे।