पाठशाला
प्रथम महिला सम्मेलन “विक्रम महिला समागम ” का आयोजन
विद्यार्थियों एवं शिक्षिकाओं के बीच रस्साकशी की स्पर्धा

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता अश्वगंधा प्रकोष्ठ एवं महिला प्रकोष्ठ द्वारा स्वदीप्त फ्लैगशिप कार्यक्रम के अधीन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रथम महिला सम्मेलन “विक्रम महिला समागम ” का आयोजन किया गया।
उज्जैन की विभिन्न क्षेत्रों की महिला विदुषियों डॉ. सुधा मल (वानस्पतिक एवं कृषि वैज्ञानिक), डॉक्टर पुष्पा चौरसिया (साहित्यकार), डॉ. प्रभा श्रीनिवासुलू(इतिहासकार) डॉ. उषा श्रीवास्तव शिक्षाविद), डॉ. शोभा खन्ना (सिविल इंजीनियर), सीएसपी दीपिका शिंदे, लता अग्रवाल (योगाचार्य), डॉ नीता जाधव (प्राणी शास्त्री) सुश्री हिना वासेन(नृत्यांगना), सुश्री वर्षा निषाद(उद्यमी), सुश्री सृष्टि(एनजीओ संचालक) एवं डॉ योगिता राज (राष्ट्रीय वेटलिफ्टर) को पुष्प और विक्रम नारी गौरव अलंकरण से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में स्वागत भाषण प्रो अलका व्यास, विभाग अध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी द्वारा दिया गया। समस्त महिला विदुषियों का परिचय डॉ. अंजना पांडे, डॉ ज्योति उपाध्याय, डॉ दीपिका गुप्ता, डॉ. स्वाति दुबे, डॉ. दर्शना मेहता, डॉ. कोमल शर्मा, डॉ. अंशुमाला वाणी, डॉ प्रज्ञा गोयल, श्रीमती अमृता शुक्ला एवं करन्नगी ठाकुर द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ कार्यपरिषद् सदस्य रूप पमनानी एवं श्रीमती मंजूषा मिमरोट भी उपस्थित थे। मध्यप्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष घोषित किया गया है। महिला को उद्यम क्षेत्र में प्रवेश प्रोत्साहन हेतु इंदौर के उद्यमी शुभम चौहान द्वारा सभी महिलाओं को कैसे अपनी शक्तियों को पहचान कर उद्योग क्षेत्रों में अग्रसर रह सकती हैं और उद्यमी जगत में उच्च स्तर पर कार्य कर सकती है इस बारे में उद्बोधन दिया। इस अवसर पर अध्यक्ष उद्धबोधन में प्रो. उमा शर्मा अध्यक्ष ने कल आज और कल समय में नारी की योगदान के बारे में बताया कि किस तरह से महिलाएं अपने क्षेत्र में निरंतर अग्रसर है साथ ही छात्र-छात्राओं को भी संदेश दिया कि वे अपने लक्ष्य को निर्धारित करते हुए जीवन में ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रयास करते रहे। कार्यक्रम में विक्रम यूनिवर्सिटी के विविध अध्ययनशालाओं की छात्राओं ने नृत्य प्रदर्शन भी किया।कार्यक्रम में विद्यार्थियों एवं शिक्षिकाओं के बीच रस्साकशी की स्पर्धा भी की गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रीति पांडे द्वारा किया गया।आभार प्रदर्शन आइक्यूएसी के समन्वयक डॉ. डी .डी. बेदिया द्वारा दिया गया। कार्यक्रम आयोजन में विक्रम पूर्व छात्र संगठन द्वारा भी सहयोग प्रदान किया गया।