जो आज बांग्लादेश में हो रहा है कल पूरे भारत में होगा
देश भर में नौ राज्यों में हिंदू अल्पसंख्यक हैं, 800 में से 200 जिलों में हिंदू कम हो गए हैं
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा का भारत पर प्रभाव विषय पर सुप्रीम कोर्ट के अभिभाषक अश्विनी उपाध्याय का विचारोत्तेजक व्याख्यान
उज्जैन। सुप्रीम कोर्ट के अभिभाषक अश्विनी उपाध्याय ने आज सायं एक कार्यक्रम में कहा कि बांग्लादेश में आज जो हिंदुओं के साथ हो रहा है यही आने वाले समय में भारत के हर गांव, शहर और तहसीलों में होगा।
डॉ हेडगेवार स्मृति व्याख्यानमाला समिति द्वारा सामाजिक विज्ञान शोध संस्थान सभागृह, भरतपुरी में आयोजित वैचारिक कार्यक्रम में श्री उपाध्याय ने कहा सरकार बांग्लादेश में बदली वहां के छात्रों और विरोधी राजनीतिक दलों ने लेकिन हमले हो रहे हैं हिंदू मंदिरों पर, वहां की हिंदू महिलाओं पर, हिंदुओं के व्यापार पर, हिंदू पुरुषों पर। इसका कारण है मदरसों की शिक्षा। दुनिया के जिन-जिन देशों में मदरसे हैं वहां अशांति है, जब तक इस व्यवस्था को नहीं बदला जाएगा भारत में अशांति रहेगी।
मुंबई में पहले धारावी में 80 प्रतिशत हिंदू थे और 20 प्रतिशत मुस्लिम थे, अब रेशों 20-80 हो गया है और धारावी जैसी 12 धारावी और बन गई हैं। देशभर की प्रमुख रेल लाइन, बंदरगाह, आर्मी कैंप, एयरपोर्ट और हाईवे पर रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों की बस्तियां हैं। इन्हें नियोजित तरीके से बसाया जा रहा है। देश भर में नौ राज्यों में हिंदू अल्पसंख्यक हैं, 800 में से 200 जिलों में हिंदू कम हो गए हैं, 6000 में से 1500 तहसीलों में हिंदू कम हो गए हैं, सीमाओं पर 300 में से 300 गांवों में जनसंख्या बदल चुकी है। इसका मतलब किसी बड़े उद्देश्य से जनसंख्या परिवर्तन हो रहा है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर जिहादी तरीके से हमले हो रहे हैं। 1820 में यही अफगानिस्तान में हुआ, 1947 में यही पूरे पाकिस्तान में हुआ और वर्षों से भारत के गांव और शहरों में हो रहा है।
उन्होंने कहा कि घटेंगे तो कटेंगे यह पक्का है, चाहे इसे कोई माने या ना माने। आप मध्य प्रदेश का हर शहर और गांव उठाकर देख लीजिए 25 वर्षों की वोटर लिस्ट में 10 प्रतिशत का अंतर दिख जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि जो नेता, जो अधिकारी और जो बाबू दो-दो हजार रुपए में मुस्लिम शरणार्थियों के राशन कार्ड और आधार कार्ड बना रहे हैं यही लोग उनकी बहन बेटियों को भविष्य में उठाकर ले जाएंगे।
उन्होंने कहा स्वतंत्रता के पहले मुगलों ने और अंग्रेजों ने हिंदुओं को नियोजित तरीके से बर्बाद किया और उसके बाद से सत्ताधारी दल कर रहे हैं। बीते 10 वर्षों से मैंने पीआइएल लगाना शुरू किया है, तो एक-एक कर चीजें बदल रही हैं। आज भी पूजा गृह अधिकार अधिनियम पर विरोध करने के लिए 100 से अधिक वकील कोर्ट में हम 11 वकीलों के खिलाफ खड़े हुए। इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक जज ने कहा भारत में बहुसंख्यकों की चलेगी तो उनके खिलाफ 55 सांसदों ने 4 दिन के भीतर महाभियोग लगा दिया है। वह जज अकेले पड़ गए हैं। 70 मिनट के धारा प्रवाह उद्बोधन के दौरान कई बार भारत माता की जय के नारे लगे। अतिथियों का स्वागत समिति अध्यक्ष नितिन गरुड़, गोरेलाल परमार, पंकज चांदोरकर ने किया। संचालन राहुल विपट और आभार प्रदर्शन गोपाल गुप्ता ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उद्योगपति विजय मित्तल ने की। शहर के अभिभाषक, रंगकर्मी, शिक्षक, चिकित्सक, व्यवसाय , साहित्यकार बड़ी संख्या में उपस्थित थे।