प्रशासनिक

दुग्ध सरकारी समितियां दुग्ध व्यवसाय के साथ मल्टीपरपज होकर सभी प्रकार के कार्य करें- के पाटणकर

दुग्ध सहकारी समितियों के अध्यक्ष, संचालक एवं सदस्यगणों का नेतृत्व विकास कार्यक्रम का शुभारंभ

उज्जैन। भारतीय राष्ट्रीय सहकारी शिक्षा केंद्र नई दिल्ली मध्य प्रदेश राज्य सहकारी संघ एवं प्रशिक्षण केंद्र इंदौर के संयुक्त तत्वावधान में उज्जैन जिले की दुग्ध सहकारी समितियों के अध्यक्ष, संचालक एवं सदस्यगणों का नेतृत्व विकास कार्यक्रम का शुभारंभ पथ पिपलाई में उज्जैन जिले के उपायुक्त सहकारिता के पाटणकर एवं दुग्ध सहकारी संघ के सीईओ डीके पांडे, क्षेत्रीय प्रबंधक दुग्ध संघ एसके सोनी, सहकारिता विभाग के ऑडिट ऑफीसर संजू शर्मा, जिला संघ के प्रभारी प्रबंधक सूमेर सिंह सोलंकी की उपस्थिति में मां सरस्वती को फूल माला अर्पण कर दीप प्रज्वलित कर किया गया।
अतिथियों का फूल मालाओं से स्वागत प्रशिक्षण केंद्र इंदौर के प्राचार्य दिलीप मरमट एवं जिला सहकारी संघ उज्जैन के प्रबंधक द्वारा किया गया। इस अवसर पर सहकारिता के उपायुक्त के पाटणकर ने दूध को अमृत तुल्य बताते हुए कहा कि जिस प्रकार बचपन में मां का दूध बच्चों के लिए अमृत तुल्य होता है उसी प्रकार हमारे शरीर को चलायमान रखने के लिए दूध अमृत तुल्य होता है। वर्तमान में दुग्ध सरकारी समितियों को दुग्ध व्यवसाय के साथ-साथ मल्टीपरपज होकर सभी प्रकार के कार्य करना चाहिए। संस्थाओं द्वारा एक समूह बनाकर पशु आहार जैसे यूनिट का निर्माण भी करना चाहिए, जिससे हमारे किसान एवं दूध उत्पादक सदस्यों को सस्ते दामों में पशु आहार उपलब्ध हो सके। इस अवसर पर दुग्ध संघ के सीईओ डीके पांडे ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के शिक्षक प्रशिक्षण का कार्यक्रम संपूर्ण जिले में सहकारिता के द्वारा होते रहना चाहिए जिससे सहकारिता के क्षेत्र में एवं संस्थानों में कार्य करने वाले अधिकारी कर्मचारियों को ज्ञान व अनुभव प्राप्त होता रहे, जिससे हमारी सहकारी संस्थाओ में कार्य करने वाले अधिकारियों कर्मचारी अच्छा कार्य कर सकें। दुग्ध संघ के क्षेत्रीय प्रबंधक एसके सोनी ने कहा कि वर्तमान में हमारे दुग्ध संघ में पूरे संभाग की दुग्ध समितियां से जो दुग्ध आ रहा है वह उच्च क्वालिटी का होकर बहुत अच्छा आ रहा है। आपने दूध समिति सचिवों से भी कहा कि आपके आसपास के क्षेत्र में किसी भी प्रकार का कोई बड़ा कार्यक्रम होता है तो उसमें दुग्ध संघ के द्वारा निर्मित दुग्ध, घी, पनीर, दही, मट्ठा इत्यादि की सप्लाई हेतु प्रयास करना चाहिए जिससे आपकी संस्था को आर्थिक सहयोग मिल सके। इस अवसर पर हाई सेकेंडरी स्कूल पंथ पिपलाई के प्राचार्य ने कहा कि जिस प्रकार बच्चों के जीवन में शिक्षा महत्वपूर्ण होती है उसी प्रकार हमारे कार्यक्षेत्र में हमारे कार्य से संबंधित किसी प्रकार की शिक्षा हमें मिले तो उसे अवश्य प्राप्त करना चाहिए। प्रशिक्षण केंद्र इंदौर के प्राचार्य दिलीप मरमट ने कहा कि नवाचार एवं संचार के युग में संस्था के प्रत्येक सदस्य अधिकारी कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण का महत्व बताते हुए कहा की शिक्षण प्रशिक्षणों से समय-समय पर ज्ञान अनुभव प्राप्त करते रहना चाहिए जिससे हमारे कार्य क्षेत्र में किसी भी प्रकार की कोई कठिनाइयां महसूस ना हो। जिला सहकारी संघ मर्यादित उज्जैन के प्रभारी प्रबंधक ने नेतृत्व विकास के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि जब तक किसी भी कार्य क्षेत्र में हमारा नेतृत्व हमारी देखरेख अच्छे से होगी तो निश्चित है उसमें हमें सफलता मिलेगी।

Related Articles

Back to top button

Adblock Detected

प्रिय उपयोगकर्ता,

ऐसा लगता है कि आपने AdBlock या कोई अन्य विज्ञापन अवरोधक सक्षम किया हुआ है। हमारी वेबसाइट को सुचारू रूप से संचालित करने और आपको निःशुल्क समाचार प्रदान करने के लिए विज्ञापनों की आवश्यकता होती है।

कृपया हमारी वेबसाइट को Whitelist करें या AdBlock को निष्क्रिय करें ताकि आप बिना किसी रुकावट के नवीनतम समाचार पढ़ सकें।

आपका सहयोग हमारे लिए महत्वपूर्ण है! 🙏

धन्यवाद,
Kanak Times