दिल्ली में भगदड़ मच सकती है तो उज्जैन रेलवे स्टेशन तो बहुत छोटा है
सिंहस्थ महाकुंभ में उमड़ने वाली भीड़ पर कांग्रेस नेताओं ने जताई चिंता

उज्जैन के मुख्य रेलवे स्टेशन के साथ विक्रमनगर, चिंतामण, नईखेड़ी के स्टेशनों को विकसित किया जाए
उज्जैन। दिल्ली में रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में करीब 18 लोगों की मौत के बाद विधायक महेश परमार, शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी एवं नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने सिंहस्थ महाकुंभ 2028 में उज्जैन रेलवे स्टेशन पर बड़ने वाली भीड़ को लेकर चिंता व्यक्त की है। क्योंकि उज्जैन रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म बहुत छोटे हैं, दिल्ली में जब भगदड़ मच सकती है तो उज्जैन रेलवे स्टेशन तो बहुत छोटा सा है। उज्जैन कुंभ में कैसे व्यवस्था संभालेंगे।
विधायक महेश परमार, शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी एवं नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने कहा कि उज्जैन में पर्याप्त मात्रा में रेलवे स्टेशन नहीं है, यहां नवीन स्टेशन बनाने की आवश्यकता है, विक्रम नगर रेलवे स्टेशन को और विकसित किया जाए, जहां 8 से 10 प्लेटफार्म हों, चिंतामण रेलवे स्टेशन को कंपलीट किया जाए, नईखेड़ी रेलवे स्टेशन को विकसित किया जाए। महेश परमार, मुकेश भाटी, रवि राय ने कहा कि माधवनगर की ओर 700 करोड़ की लागत से रेलवे स्टेशन के विकास कार्य की घोषणा करीब 5 वर्ष पहले वर्तमान सांसद के साथ बड़े-बड़े नेताओं ने की थी लेकिन एक धेले का काम यहां नहीं हुआ। भारतीय रेल के साथ भाजपा के नेता केवल घोषणा वीर हैं, धरातल पर कोई काम नहीं दिख रहा। सिंहस्थ महाकुंभ में जब आस्था का सैलाब उमड़ेगा तब घोषणाएं नहीं, धरातल पर व्यवस्थाएं काम आएंगी, ऐसे में महाकुंभ से पूर्व रेलवे स्टेशन को विकसित और व्यवस्थित किया जाए। ताकि उज्जैन में भगदड़ जैसी स्थिति न बन पाए न ही कोई दुर्घटना घटित हो।