दिग्विजय सिंह ने एकलाचलो की राजनीति अपनाते हुए कांग्रेस को आज ताबूत में डाल दिया
1977 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पं. श्यामा चरण शुक्लाजी ने दिग्विजय सिंह जी को कांग्रेस ज्वाइन करवाई थी

भाजपा में महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया जी का बढ़ते राजनीतिक कद से घबराये दिग्विजय सिंह -कछवाय
उज्जैन। पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह जी ने मीडिया को बताया कि वरिष्ठ नेता अर्जुन सिंह जी और मैं स्वयं महाराज माधव सिंधिया जी को कांग्रेस में लाए थे, जबकि 1977 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री श्यामा चरण शुक्ला जी ने दिग्विजय सिंह जी को कांग्रेस में सदस्य दिलाई थी। दिग्विजय सिंहजी के पिताजी बलभद्र सिंहजी जनसंघ से जुड़े हुए नेता थे।
यह बात जनसंघ के पूर्व सांसद हुकमचंद कछवाय के पुत्र एवं भाजपा के जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र कछवाय ने कही। श्री कछवाय ने आगे बताया कि अर्जुन सिंह जी एवं दिग्विजय सिंह जी ने सिंधिया परिवार को कभी राजनीति में आगे बढ़ने नहीं दिया जबकि प्रदेश के आम जनता चंबल क्षेत्र के ग्वालियर गुना शिवपुरी की जनता आज भी सिंधिया परिवार को पसंद करती है। जहां तक मुख्यमंत्री की बात आती अर्जुन सिंह जी और दिग्विजय सिंह जी ने कभी सिंधिया परिवार के लोगों को मुख्यमंत्री बनने नहीं दिया। यहां तक कि अर्जुन सिंहजी एवं दिग्विजय सिंह जी ने श्यामा चरण शुक्ला जी एवं विद्या चरण शुक्ला जी के साथ हमेशा धोखा किया। जब सुरेश पचौरीजी प्रदेश अध्यक्ष थे जब प्रदेश में दिग्विजय सिंहजी ने अपने 90 के लगभग समर्थकों को निर्दलीय चुनाव लड़ाया एवं चुनाव चिन्ह इंजन के माध्यम से चुनाव लड़कर सुरेश पचौरीजी को नुकसान पहुंचा। दिग्विजय सिंह जी ने एकलाचलो की राजनीति अपनाते हुए कांग्रेस को आज ताबूत में डाल दिया।