ज्ञापन देने गये कर्मचारियों को नहीं मिले निगम आयुक्त
निगम कर्मचारियों ने वाहन रैली निकालकर महापौर और अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन

उज्जैन। विगत 9 दिनों से अपनी लंबित मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे निगम कर्मचारियों ने निगम गेट पर ज्ञापन का वाचन किया और बड़ी संख्या में निगम कर्मचारी अपने वाहनों से रैली के रुप में ग्रांड होटल पहुंचे। यहां निगम अध्यक्ष के नाम उनके पीए को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद महापौर को ज्ञापन सौंपा गया। हमेशा की तरह निगम आयुक्त ज्ञापन के लिये उपलब्ध नहीं थे।
भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध सफाई कामगार संघ, स्वायत्तशासी कर्मचारी संघ एवं सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के बेनरतले विगत 9 दिनों से निगम गेट पर धरना प्रदर्शन चल रहा है किन्तु एक भी निगम अधिकारी ने कर्मचारियों की सूध नहीं ली। इससे आक्रोशित कर्मचारियों ने शुक्रवार को निगम गेट पर नारेबाजी की। सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ अध्यक्ष डॉ. पवन व्यास ने कर्मचारियों से संबंधित लंबित मांगों के ज्ञापन का वाचन किया। जिसमें समयमान वेतनमान के आदेश एवं एरियर का भुगतान, सेवानिवृत्त कर्मचारियों का 1000/- मेडीकल भत्ता बढ़ाये जाने, ग्रेच्युटी के कोर्ट केस के प्रकरणों का निराकरण करना, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को 10 वर्ष एवं 20 वर्ष की सेवा पूर्ण करने पर क्रमशः 1500/- एवं 2500/- का विशेष भत्ता वेतन में लगाये जाने, पदोन्नति की कार्यवाही किये जाने, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित किये जाने आदि मांगें हैं।
इसके पश्चात सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों ने वाहनों से रैली के रुप में ग्रांड होटल पहुंचे। यहां सर्वप्रथम निगम अध्यक्ष कलावती यादव के भोपाल जाने से उनके पीए द्वारा ज्ञापन लिया गया। इसके बाद महापौर मुकेश टटवाल को कर्मचारियों की मांगों के संबंध में संरक्षक रामचंद्र कोरट ने अवगत कराया और कहा कि निगम के अधिकारी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। निगम आयुक्त आशीष पाठक को ज्ञापन देने पहुंचे तो यहां आयुक्त नहीं मिले जबकि उन्हें एक दिन पूर्व ही पत्र के माध्यम से कर्मचारियों के ज्ञापन देने आने की सूचना दे दी गई थी। इसके पश्चात सभी कर्मचारी नगर निगम मुख्यालय पर एकत्रित हुए। यहां सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ अध्यक्ष डॉ. पवन व्यास ने सभी का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया और कहा कि 17 फरवरी सोमवार को सभी कर्मचारियों से दोपहर 1 बजे गेट मीटिंग में उपस्थित रहने का आह्वान किया। इस अवसर पर रामचंद्र नागर, पी.के. टटवाल, रमेशचंद्र मकवाना, अजयप्रकाश मेहता, सत्यनारायण दास, कैलाश जैन, चंदगीराम पहलवान, रमेशचंद्र रघुवंशी, नितिन मुसले, संदीप कलोसिया, अल्काब भाई, महेश झांझोट, गय्यूर भाई, मुकेश भाटी, अब्दुल हमीद दरोगा, लालू गोसर, अनिल शर्मा, राजेश गुप्ता, दीपक मकड़ावन, शैलेष नागर, सुनील भैरवे सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।