चारों वेदों का पूजन कर प्रारंभ हुई अनूठी वेद मंत्र अन्त्याक्षरी
वेद मंत्रों की अंत्याक्षरी की में कन्व वेद विद्यालय के बटुक रहे प्रथम

उज्जैन। महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ, स्वराज संस्थान संचालनाय, संस्कृति विभाग, मध्य प्रदेश शासन द्वारा आयोजित विक्रमोत्सव 2025 के अंतर्गत वैदिक मंत्रों की अंत्याक्षरी आयोजन हुआ।
कार्यक्रम संयोजक ज्यो. पं चंदन श्यामनारायण व्यास ने बताया कि अनुष्ठान मंडपम ज्योतिष अकादमी द्वारा 21 मार्च शुक्रवार को प्रातः 10 बजे पिपलीनाका रोड स्थित श्री गुमानदेव हनुमान गढ़ी पर दीप प्रज्वलन के साथ चारों वेदों का पूजन कर महाराजा विक्रमादित्य के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। उक्त आयोजन में उज्जैन मोन तीर्थ पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी श्री सुमनानंद जी महाराज का पावन सानिध्य प्राप्त हुआ। अध्यक्षता पाणिनी संस्कृत वैदिक विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो विजय कुमार सीजी ने की। विशिष्ट अतिथि द्वय विक्रमादित्य शोध पीठ के निदेशक राम तिवारी एव कालिदास अकादमी के पूर्व निदेशक डॉ संतोष पंड्या, सारस्वत अतिथि के रूप में अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेन्द्र चतुर्वेदी एवं प्रसिद्ध गीता प्रचारक स्वामी गीतानंद महाराज रहे। प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में पं राहुल शर्मा एवं पं विपुल शर्मा रहे। शहर के विभिन्न गुरुकुलों के छात्रों द्वारा शुक्ल यजुर्वेद संहिता के मंत्रो पर आधारित वेद मंत्रों की अंत्याक्षरी की प्रतियोगिता हुई जिसमें कन्व वेद विद्यालय के बटुक प्रथम स्थान पर रहे। त्रिपुर सुंदरी वेद विद्यालय के बटुक द्वितीय स्थान पर रहे। मोनी बाबा वेद गुरुकुल के बटुक तृतीय स्थान पर रहे। सभी को प्रमाण पत्र स्मृति चिन्ह दे कर पुरुस्कृत किया। पं अधीश द्विवेदी समन्वयक के रूप में रहे। इस अवसर पर पं गोपाल कृष्ण दवे, पं राम शुक्ल, युवा कथाकार पं कमलेश भाई, पं हेमंत जोशी आदि उपस्थित रहे। संचालन डॉ. पतंजलि कुमार पांडे ने किया एवं आभार वैदिक पं. अधीश द्विवेदी ने माना।