धर्म-अध्यात्म

घर में ठाकुर जी की सेवा नित्य होना चाहिए 

श्रीमद् भागवत कथा रसपान महोत्सव एवं 108 भागवत जी पारायण प्रारंभ

उज्जैन। हर वैष्णव सनातनी को प्रतिदिन ठाकुरजी की सेवा करना चाहिए एवं संकल्प हृदय से लेना चाहिए। आजकल पूजा में बैठने के पहले संकल्प भी लेते हैं तो मन माया की तरफ लगा रहता है, भगवत स्मरण के समय मन एवं हृदय दोनों ही भागवत में लगा देना चाहिए। इससे भगवान भी भक्त के कानों के द्वारा हृदय में प्रवेश करते हैं। जब भगवान हृदय में प्रवेश करते हैं तो भगवान को लगता है कि उनके हृदय में तो मायाजाल फसी है। ठाकुर जी उनके हृदय में अमृत रूपी गंगा बहाते हैं तो उनका हृदय भी शुद्ध हो जाता है। भगवत स्मरण करने का सही नियम है।
यह बात श्री वल्लभ वैष्णव मण्डल, महिला मण्डल एवं युवा मण्डल द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा रसपान महोत्सव एवं 108 भागवतजी पारायण के प्रथम दिन अनंत श्री विभूषित राजाधिराज ज.पी. पद्यश्री, पद्मभूषण सम्मानित गोस्वामी श्री गोकुलोत्सवजी महाराजश्री के लालजी (सुपुत्र) सोमयज्ञ सम्राट आचार्य श्री डॉ. गोस्वामी पू.पा. श्री बृजोत्सवजी महाराज श्री इन्दौर ने कही। मीडिया प्रभारी दीपक राजवानी ने बताया कि श्री वल्लभ वैष्णव मण्डल के संस्थापक संयोजक विट्ठल नागर के नेतृत्व में भव्य सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा रसपान महोत्सव आज से प्रारंभ हुआ। प्रथम दिन ही भागवत कथा में सैकड़ो महिलाएं मंत्र मुग्ध होकर नृत्य करने से अपने आप को नहीं रोक पाई एवं भागवत कथा में नृत्य करने लगी। पूरा माहौल भागवत मय हो गया। आपश्री द्वारा गिरिराज धरण के जयकारे लगाते ही पूरा सदन खड़ा होकर जयकारा करने लगा। भागवत कथा पश्चात श्री वल्लभ युगल ग्रुप, श्री बीसा मोड़ अडालजा समाज उज्जैन, श्री पुष्करणा ब्राह्मण समाज उज्जैन, जगदीश राठी तराना, पियुष शाह, हीरालाल शर्मा, जगदीश मुकेश मण्डोवरा (तराना) श्री सद्भावना सामाजिक धार्मिक ट्रस्ट, नारायण पोरवाल, सुभाष सोनी, प्रमोद शंकर खण्डेलवाल, राजेन्द्र खण्डेलवाल, रमेशचंद पोरवाल, राजकुमारी सत्यनारायण माहेश्वरी, रामचन्द्र नागर, कैलाशजी माहेश्वरी सहित शहर की सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं द्वारा आपश्री का शाल एवं ऊपर्णा पहनाकर आशीर्वाद लिया एवं आपश्री द्वारा भी उन्हें ऊपरना पहना कर आशीर्वाद दिया।
13 जनवरी तक प्रतिदिन महाकाल परिसर हीरामिल रोड पर प्रतिदिन दोप. 2 बजे से होने वाली कथा में श्री वल्लभवंशावतश सोमयज्ञ सम्राट आचार्य डॉ. गोस्वामी श्री ब्रजोत्सवजी महोदयश्री भागवत कथा करेंगे।

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