गोविन्द देव गिरि पहुँचे अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम
सनातन धर्म की रक्षा के लिए सेवाधाम जैसे मानव सेवा के प्रकल्पों को आत्मनिर्भर बनाना होगा -परम पूज्य स्वामी श्री गोविन्द देव गिरि

उज्जैन। ‘अंकित ग्राम’, सेवाधाम आश्रम में स्वामी श्री गोविन्द देव गिरिजी कोषाध्यक्ष श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षैत्र न्यास, अयोध्या एवं न्यासी श्रीकृष्ण जन्म भूमि पहंचे।
आश्रम के मुख्य द्वार पर संस्थापक सुधीर भाई गोयल, श्रीमती कांता भाभी, मोनिका दीदी, गोरी दीदी सहित आश्रम के विशेष बच्चों ने स्वागत सत्कार कर दुपट्टा, मालवी पगड़ी एवं पुष्पों से स्वागत किया। सर्वप्रथम सद्गुरू स्वाध्याय मंदिर में स्वामी रणछोड़दासजी महाराज के चित्र के समक्ष विकास दीप प्रज्वलित कर अंकित द्वारा स्थापित सिद्ध ऋषि पीपल पर जलार्चन कर गौ सेवा की। इस अवसर पर सुधीर भाई ने आश्रम की विविध सेवा गतिविधियों एवंयहां निवासरत 1100 से अधिक पारिवारिक सदस्य बच्चों, युवाओं एवं बुजूर्गो के बारे में जानकारी प्रदत्त करते हुए दिव्यांगों से आत्मीय मुलाकात कराई।
गोविन्द गिरिजी ने आश्रम में निवासरत दिव्यांग, बहु दिव्यांग एवं विविध संक्रमणों के शिकार भारत भरी से आए पीड़ितजनों को मुस्कुराते देख कहा कि मैं अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम में पहली बार आया देखकर आश्चर्यचकित हो गया जिस प्रकार की सेवा सनातन धर्म के अंतर्गत यहां रहकर करने वाले अत्यंत बिरले पुरूष है सुधीर भाई गोयल। यहां पर सेवा का जो तप चल रहा है वह गदगद करने वाला है। मैं तो इस सेवा धर्म का ह््रदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं और चाहता हूं कि सभी लोग इस सेवा धर्म में सहभागी हो और सेवाधाम के लिए जितना भी हो सके सेवा अर्थ से करें ताकि हम अर्थ सेवा के कारण पिछड ना जाए अन्यथा विदेशी लोग आकर के उसका गैर लाभ लेना ही चाहते है, हम लोगों में कोई कमी नही, हम लोग स्वयं ऐसे सेवा के प्रकल्पों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कटिबद्ध हो जाए इस प्रकार की मेरी सभी से प्रार्थना है।
इस अवसर पर श्री लोकेश शर्मा सांस्कृतिक प्रभारी एकल भारत लोक शिक्षा परिषद नईदिल्ली, राजेन्द्र गुरू प्रबंध समिति सदस्य श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन एवं पंकज जोशी विशेष रूप से उपस्थित रहे। पूज्य गुरूदेव ने बच्चों को गीत सुनाया एवं श्रीरामकृष्ण बालगृह एवं माँ शारदा बालिकागृह के विशेष बच्चों ने पावली एवं लाठी-काठी का प्रदर्शन कर गौ प्रोडक्ट की हस्तशिल्प भेंट की।