कला का कोना

गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ ठहाका सम्मेलन

अंतर्राष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन में फिल्म अभिनेता तुषार कपूर ने की जोरदार हंसी की बारिश

अशोक चक्रधर, अंजुम रहबर सहित 400 से अधिक कवियों ने बनाया विश्व रिकॉर्ड


उज्जैन। विश्व हास्य दिवस पर कालिदास अकादमी के मुक्ताकाशी मंच पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन का 25वां रजत जयंती ठहाका महोत्सव ऐतिहासिक बन गया। देश-विदेश के 400 से अधिक कवियों की सहभागिता, मुख्यमंत्री का वर्चुअल जुड़ना और गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज होना, इस आयोजन के मुख्य आकर्षण रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत मंच पर फिल्म अभिनेता तुषार कपूर की शानदार प्रस्तुति से हुई। उन्होंने अपनी हास्य शैली और आत्मीय व्यक्तित्व से उपस्थित जनसमुदाय को खूब हंसाया। सम्मेलन की शोभा बढ़ाने के लिए प्रसिद्ध हास्य कवि डॉ. अशोक चक्रधर और गीत-संगीत की मल्लिका अंजुम रहबर भी मंच पर उपस्थित थीं।
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने वर्चुअल रूप से जोड़ा आयोजन से नाता
कार्यक्रम में एक विशेष क्षण तब आया जब मंच पर लगी बड़ी स्क्रीन के माध्यम से मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव भोपाल स्थित अपने निवास से सीधे सम्मेलन से जुड़े। उन्होंने लगभग 45 मिनट तक सम्मेलन को लाइव देखा और डॉ. महेन्द्र यादव, तुषार कपूर, और मंच पर उपस्थित कवियों से संवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा, “उज्जैनवासियों के लिए यह गर्व की बात है कि यह विश्व रिकॉर्ड ठहाका सम्मेलन के माध्यम से बना।“
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नया कीर्तिमान
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के आब्जर्वर मनीष बिश्नोई और शुक्ला जी ने इस सम्मेलन में 25 घंटे, 25 मिनट, 25 सेकंड तक चलने वाले हास्य कविताओं के सिलसिले को प्रमाणित करते हुए रिकॉर्ड दर्ज किया। 400 से अधिक कवियों ने इस ऐतिहासिक प्रयास में भाग लिया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. महेन्द्र यादव को प्रमाण-पत्र, मेडल, और बैज प्रदान कर सम्मानित किया गया।
अभिनेता तुषार कपूर और कवियों ने जमाई महफिल
फिल्म अभिनेता तुषार कपूर ने अपनी चुटीली बातों से श्रोताओं को खूब हंसाया।
डॉ. अशोक चक्रधर ने अपने चुटीले और व्यंग्यात्मक अंदाज से गुदगुदाया।
अंजुम रहबर के गीतों और गज़लों पर दर्शकों ने जमकर दाद दी।
लाफ्टर चैलेंज के फाइनलिस्ट प्रताप फौजदार, मुन्ना बैटरी, और हिमांशु बवंडर ने दर्शकों को जोरदार ठहाके लगाने पर मजबूर किया।
मंच संचालन और कविताओं का अद्भुत संगम
कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. महेन्द्र यादव के साथ मुंबई से आई एंकर सुधा शर्मा ने किया। दोनों ने अपने मजाकिया अंदाज और दर्शकों से जुड़ने की शैली से समां बांध दिया।
कवियों की प्रस्तुतियों की शुरुआत अशोक भाटी ने की और देर रात तक कविताओं का दौर जारी रहा।
इस अवसर पर काव्य पाठ करने वालों में अंजुम रहबर, डॉ. अशोक चक्रधर, प्रताप फौजदार, मुन्ना बैटरी, हिमांशु बवंडर, दिनेश दिग्गज, नरेंद्र सिंह अकेला, सुरेंद्र सर्किट, नमिता नमन, शबनम अली, और कई अन्य शामिल थे।
सम्मेलन ने उज्जैन को विश्व पटल पर स्थापित किया
डॉ. महेन्द्र यादव के नेतृत्व में 25 वर्षों से आयोजित हो रहे इस ठहाका सम्मेलन ने उज्जैन को हास्य और साहित्य के वैश्विक मंच पर गौरव दिलाया है। मुख्यमंत्री ने डॉ. महेन्द्र यादव और उनकी टीम को इस अद्वितीय उपलब्धि के लिए बधाई दी।
आमजन की जबरदस्त भागीदारी
आम नागरिकों के लिए प्रवेश पूर्णतः निःशुल्क रखा गया था, जिससे हजारों लोगों ने इस आयोजन का आनंद उठाया।
अंतर्राष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन उज्जैनवासियों के लिए केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक उत्सव बन गया है। यह आयोजन साहित्य और संस्कृति के प्रति शहर की निष्ठा और योगदान का साक्षी बना।

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