गेस्ट हाउस बना “चूहेदानी“, फंस गए 8 अजनबी
अभिनव रंगमंडल द्वारा नाटक “चूहेदानी“ का प्रभावी मंचन
उज्जैन। शहर की प्रतिष्ठित नाट्य संस्था अभिनव रंगमंडल द्वारा नाटक “चूहेदानी“ का प्रभावी मंचन किया गया। अगाथा क्रिस्टी द्वारा रचित और प्रितपाल रूपाला द्वारा अनूदित नाटक चूहेदानी का मंचन कालिदास अकादमी के नाट्य ग्रह में सफलतापूर्वक वंचित किया गया।
अतिथि के रूप में मौजूद डीआईजी श्री भसीन, वरिष्ठ राजनेता मनोहर बैरागी और पिलकेंद्र अरोरा द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर नाटक का शुभारंभ किया गया। नाटक की कहानी में एक हत्या की खबर रेडियो पर आती है, 8 अजनबी लोग एक गेस्ट हाउस में हैं, वो सभी भारी बारिश और बर्फबारी के चलते गेस्ट हाउस में फंस जाते हैं, एक पुलिस अफसर आता है तब मेहमानों को पता चलता है कि उनके बीच एक हत्यारा है। एक-एक पात्र क़त्ल के शक दायरे में आता है, पुलिस अफसर की तफसील के साथ सभी के चरित्रों का खुलासा होता चलता है, उनके अतीत में किए गए घिनौना सच खुलकर सामने आते हैं, साथ ही ये सस्पेंस भी बना रहता है, कि अगला मर्डर किसका होगा।
शरद शर्मा के कसावट भरे रंग निर्देशन में टीम के सभी कलाकारों ने अपने बेहतर अभिनय का प्रदर्शन किया। ममता की भूमिका में हीना वासेन, सुभाष की भूमिका में भूषण जैन ने अपने अभिनय द्वारा दर्शकों पर अच्छा प्रभाव छोड़ा, दिलबाग अभिजीत शर्मा, विर्दी शीतल अरोरा ने दर्शकों पर अपना असर डाला। निक्की की भूमिका नेहा बानिया , भटेजा की भूमिका आनंद सिंह, हेनरी की भूमिका शैशव भटनागर तथा मेजर की भूमिका में सचिन वर्मा ने अपने चरित्र के साथ पूरा न्याय किया। मंच निर्माण विशाल मेहता द्वारा किया गया जिसे दर्शकों ने सराहा उनके सहायक के रूप में बहादुर मालवीय थे, वायलिन पर म्यूजिक अब्दुल हमीद द्वारा दिया गया, वेशभूषा सुधा शर्मा और कामना भट्ट की थी। मंच के पीछे सभी कलाकारों ने अपनी भूमिका का कुशलतापूर्वक निर्वाह किया। प्रकाश परिकल्पना जगरूपसिंह चौहान की रही।
मंच पर ममता- हिना वासेन / मोनिका शर्मा, सुभाष- भूषण जैन, हेनरी – शैशव भटनागर / रूबल शर्मा, विर्दी- शीतल अरोरा / मीना जैन, निक्की -नेहा बानियां/यासमीन सिद्दीकी, मेजर- सचिन वर्मा / गिरिजेश व्यास, भटेजा- आनंद सिंह / विशाल मेहता, दिलबाग -अभिजीत शर्मा/ अंकित दास ने अपने अभिनय से सभी को बांधे रखा।
मंच परे मंच प्रबंधक- भूषण जैन, वस्त्र विन्यास – सुधा शर्मा / कामना भट्ट, मंच निर्माण – विशाल मेहता, सहायक – बहादुर मालवीय, मंच सामग्री – सतीश राजपूत / रविंद्र सिंह, आलोकन- जगरूप सिंह, संगीत संचालन – संभव करकरे / रूबल शर्मा, वायलिन – जनाब अब्दुल हमीद, रेडियो न्यूज़ – संदीप शौत्रीय, सीटी धुन – संकल्प शर्मा, स्वर अभ्यास – जगदीश उपाध्याय, प्रचार प्रसार – यश राय/ राघवेन्द्र कौशिक, मंच संचालन – गिरिजेश व्यास, साउंड एंड लाइट – गौरव दाभाडे, लेखक -आगाथा क्रिस्टी, अनुवाद – प्रितपाल रुपाना, निर्देशन, परिकल्पना और संगीत, संकलन – शरद शर्मा, प्रस्तुति -अभिनव रंगमंडल, उज्जैन/इंदौर की रही।