खंडेलवाल समाज के उच्च शिक्षित युवक-युवतियों के परिचय सम्मेलन में देशभर से आए युवक-युवती
टीम गेम्स और अन्य गतिविधियों के माध्यम से युवक-युवतियों को एक-दूसरे को जानने का अवसर मिला
उज्जैन। खंडेलवाल समाज के उच्च शिक्षित युवक-युवतियों का परिचय सम्मेलन सादगीपूर्ण और प्रभावी तरीके से संपन्न हुआ। इस आयोजन में राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, कर्नाटक आदि विभिन्न राज्यों से 48 उच्च शिक्षित प्रतिभाएं (28 युवतियां और 20 युवक) शामिल हुईं।
इस सम्मेलन ने समाज में एक नई पहल की शुरुआत की, जहां मंच, माला, अथिति भाषण और परिचय बैज जैसी परंपराओं को त्यागकर युवाओं को केंद्र में रखा गया। यह आयोजन समाज के लिए अत्यधिक प्रासंगिक था और विवाह के परंपरागत तरीकों में नवाचार का उदाहरण बना। आयोजन की शुरुआत आयोजकों ने दीप प्रज्ज्वलन और ठाकुर जी व भगवान गणेश के पूजन की परम्परा का निर्वहन सभी कैंडिडेट और उनके अभिभावकों से करवाकर आपसी परिचय का मौका देकर नई परम्परा की शुरुआत की। सभी प्रतिभागियों का चंदन का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। जो परिचय का प्रथम सोपान था।
महाकाल की नगरी की पहचान के रूप में सभी प्रतिभागियों को दुपट्टा (स्टॉल) भेंट किया गया। यह प्रतिभागियों के सम्मान का प्रतीक था, जिसे उन्होंने पूरे आयोजन के दौरान धारण किया सम्मान के साथ साथ उनका परिचय भी सम्पन्न हो गया। परिचय सम्मेलन के दौरान मंच संचालक दीपाली माणकबोहरा ने प्रतिभागियों की शिक्षा और उपलब्धियों को प्रस्तुत किया। यह प्रत्यक्ष परिचय का दूसरा अवसर था।
टीम गेम्स और नवाचार
क्लोज मीट के दौरान टीम गेम्स और अन्य गतिविधियों के माध्यम से युवक-युवतियों को एक-दूसरे को जानने का अवसर मिला। इस गतिविधि का संचालन उज्जैन इकाई अध्यक्ष भरत झालानी और देविका झालानी ने किया। यह व्यक्तिगत एक दूसरे से परिचय का तृतीय भाग था।
पुस्तक “दाम्पत्य जीवन और समस्याएं“ उपहार स्वरूप भेंट की
डॉ. अशोक खंडेलवाल की पुस्तक “दाम्पत्य जीवन और समस्याएं“ को माता-पिता ने अपने बच्चों को उपहार स्वरूप भेंट किया। इस पुस्तक के माध्यम से जीवन जीने की कला और पारिवारिक मूल्यों को समझाने का प्रयास किया गया। यह पारिवारिक परिचय का चौथा अवसर था।
प्रतिभागियों की प्रतिक्रियाः
एक प्रतिभागी ने आयोजन की समीक्षा में कहा, “हाल में एक घंटा भारी लगता है, लेकिन खुले मैदान में कॉलेज जैसा अनुभव मिला।“ इस आयोजन में डॉक्टर, सीए, एमबीए, इंजीनियर और अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञ युवाओं की उपस्थिति रही। यह समाज के शैक्षणिक और व्यावसायिक स्तर की उन्नति का प्रतीक है।
इस आयोजन को सफल बनाने में संरक्षक ओम माचिवाल, संयोजक सुशील सामरिया, अध्यक्ष भरत झालानी, सचिव मनीष मेहरवाल, महेश झालानी, शेल झालानी, सत्यनारायण नाटाणी, रमेश गुप्ता, राजीव खंडेलवाल, गगन, दीपा आदि की सेवाएं महत्वपूर्ण थीं। मोटिवेटर और काउंसलर दीपाली मानकबोहरा ने अपने प्रेरणादायक संचालन से समाज की वर्तमान स्थिति को सजीव चित्रित किया। उन्होंने माता-पिता और युवाओं को समय पर विवाह और सामाजिक विवाह के महत्व पर विचार करने के लिए प्रेरित किया। उज्जैन स्थित होटल अबिका एलीट में हुए इस आयोजन के प्रमुख सूत्रधार डॉ अशोक खंडेलवाल चिकित्सा संसार थे।
खंडेलवाल समाज की विशेषता और चुनौतियां
खंडेलवाल समाज, जो लगभग 5 लाख की जनसंख्या वाला एक शिक्षित समाज है, देश-विदेश में 1000 से अधिक डॉक्टर और 2000 से अधिक चार्टर्ड अकाउंटेंट्स प्रदान कर चुका है। हालांकि, शिक्षा और योग्यता के अनुसार योग्य जीवनसाथी का चयन समाज के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।
तकनीकी विकास समिति की भूमिका
खंडेलवाल तकनीकी विकास समिति के तत्वावधान में यह लगातार 12वां सफल आयोजन था। उज्जैन इकाई ने अकेले 4 आयोजनों के माध्यम से समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।