कृषि में वरदान बन चुके ड्रोन की उड़ान का प्रदर्शन एवं उपयोग समझाएगा विक्रम विश्वविद्यालय
19 जनवरी को होने वाले राहगीरी उत्सव में ड्रोन उड़ान का प्रदर्शन किया जाएगा

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन ,मानसरोवर ग्लोबल विश्वविद्यालय एवं ड्रोन लैब के संयुक्त तत्वावधान में 19 जनवरी को होने वाले राहगीरी उत्सव में ड्रोन उड़ान का प्रदर्शन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि विक्रम विश्वविद्यालय ने गत कुछ वर्षों में रोजगार परक एवं कौशल आधारित पाठ्यक्रमों की संख्या में वृद्धि की है। कुछ समय पूर्व विश्वविद्यालय द्वारा ड्रोन पायलेट का प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम शुरू किया गया, जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों को कृषि कार्य में उपयोग हेतु ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसी श्रृंखला में विक्रम विश्वविद्यालय एवं मानसरोवर ग्लोबल विश्वविद्यालय, एवं ड्रोन लेब के द्वारा 19 जनवरी को उज्जैन शहर में होने वाले राहगीरी उत्सव में ड्रोन उड़ान का प्रदर्शन किया जाएगा। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अर्पण भारद्वाज ने बताया कि यह प्रदर्शन हमारे छिड़काव ड्रोन की क्षमताओं को प्रदर्शित करेगा, जो कृषि औषधियों के छिड़काव, कीटनाशकों के छिड़काव और धुलाई कार्यों के लिए उपयोगी एवं प्रभावशाली होगा। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य जनता को कृषि और संबंधित क्षेत्रों में ड्रोन प्रौद्योगिकी के संभावित अनुप्रयोगों के बारे में शिक्षित करना, इसके सुरक्षित और कुशल उपयोग को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर मानसरोवर विश्वविद्यालय के सी ई ओ डॉ. गौरव तिवारी एवं ड्रॉ लब के संचालक निखिल मैथिया ने बताया कि यह प्रदर्शन डिजिटल स्काई स्पेस मैप्स के मानचित्रों के अनुसार एवं आवश्यक सावधानियां और सुरक्षा उपाय लागू करते हुए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह दोनों विश्वविद्यालयों के लिए एक गौरवशाली पल होगा। विक्रम विश्वविद्यालय के बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर के संयोजक प्रोफेसर उमेश कुमार सिंह एवं ड्रोन टेक्नोलॉजी के संचालक प्रोफेसर भारल ने इस कोआयोजन को विद्यार्थियों के लिए हितकारी बताते हुए शहरवासियों से अधिक से अधिक संख्या में पधार कर इस आयोजन का आनंद उठाने की अपील की।