कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान के गर्भगृह में दर्शन पूजन पर उठाये सवाल
प्रशासन का दोहरा रवैया, महाकाल मंदिर के नियमों में भाजपाईयों को छूट, आम श्रध्दालु को जेल

उज्जैन। महाकाल मंदिर के नियमों में भाजपाईयों को कोई छूट दी गई है क्या, कहां गया वो प्रशासन जिसने एक आम श्रध्दालु को जेल भेज दिया था।
एक बार फिर कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड अध्यक्ष हर्ष जैन ने प्रशासन के दोहरे रवैये पर सवाल खड़ा किया है। हर्ष जैन ने कहा कि एक युवक गर्भगृह में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग को माथा क्या टेक आया उसे जेल भेज दिया, वहीं दूसरी ओर 5 फरवरी को कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान सपरिवार गर्भगृह में पूजन करने पहुंचे, लेकिन प्रशासन चूं तक नहीं कर पाया। आम भक्त के लिए सिंघम बनने वाला प्रशासन शिवराजसिंह चौहान से डर गया क्या। क्या महाकाल मंदिर में नियम सिर्फ आम भक्तों पर ही लागू होते है या भाजपा के नेताओ से प्रशासन डरता है? कभी उज्जैन उत्तर विधायक गर्भ गृह के नियमों का उल्लंघन करके महाकाल मंदिर के गर्भगृह में दाखिल होते है तो कभी महाराष्ट्र मुख्यमंत्री के बेटे। भाजपा के नेताओ को आये दिन मंदिर के नियमों की धजियाँ उड़ाते देखा जाता रहा हैं मगर जब एक युवक दर्शन के लिए गर्भ गृह में प्रवेश कर गया तो उसे जेल भेज दिया गया। हर्ष जैन ने कहा भाजपा नेताओं से डरने वाला प्रशासन महाकाल से डरे, आम श्रध्दालुओं के साथ पक्षपात न करें।