
उज्जैन। विष्णु भटनागर का जीवन कला के प्रति समर्पित रहा। वे चित्रकार थे। कला शिक्षक थे। कला समीक्षक थे। साहित्यकार और संपादक के रूप में भी उन्होंने अपने रचना कर्म से प्रसिद्धि हासिल की। उनके स्मृति दिवस पर हम उन्हें नमन करते हैं। यह उद्गार कालिदास अकादमी के निदेशक डॉ गोविंद गन्धे ने व्यक्त किये ।डॉ विष्णु भटनागर स्मृति आदरांजलि कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ शैलेंद्र पाराशर ने की। संचालन डॉ जफर महमूद ने किया। आभार सुश्री वसु गुप्ता ने व्यक्त किया।कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा नगर के युवा चित्रकार जयेश त्रिवेदी का सारस्वत सम्मान किया गया। अतिथियों का स्वागत श्रीमती पूर्णिमा भटनागर, राधा कृष्ण वाडिया, और मनीष भटनागर ने किया।राजस्व कॉलोनी स्थित क्लब फनकार कला विथिका में डॉ विष्णु भटनागर एवं जयेश त्रिवेदी के चित्रों की तीन दिवसीय प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ।
इस अवसर पर राजेश कानूनगो ,ब्रज खरे , कृष्णा शर्मा , डॉ श्री कृष्ण जोशी ,डॉ उर्मी शर्मा, डॉ पुष्पा चौरसिया, अक्षय आमेरिया, डॉ नितिन कुलकर्णी ,कामिनी त्रिवेदी ,मुकेश बिजोले ,राजेश पंड्या ,शरद शर्मा, नरेश कानूनगो ,नवीन भटनागर ,प्रकाश चित्तौड़ा, योगेश पोरवाल,अभिषेक तोमर ,तेज कुमार मालवीय, आर यू खान, शीला व्यास,हमीद गौहर, के साथ बड़ी संख्या में कला यात्री एवं कला रसिक उपस्थित थे।