क्राइम-कंट्रोवर्सी
एक महीने बाद भी नहीं हुआ प्रकरण दर्ज, आर्थिक सहायता भी स्कूल समिति ने रख ली
चेतावनी, शीघ्र न्याय नहीं मिला तो 13 जनवरी को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिलकर मामले से अवगत कराएंगे
उज्जैन। एक महीने पूर्व सरस्वती शिशु मंदिर ऋषिनगर की चौथी मंजिल से गिरकर दुर्घटना का शिकार हुए करण झांझोट के परिजनों ने न्याय के लिए पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई है। करण की मां मंजू झांझोट के साथ परिजनों ने आरोप लगाया कि एक महीने गुजर जाने के बावजूद माधवनगर थाना पुलिस ने प्रकरण तक दर्ज नहीं किया वहीं सरस्वती शिशु मंदिर ऋषि नगर की समिति ने मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान से मिली 5 लाख की आर्थिक सहायता भी अवैध रूप से प्राप्त कर ली।
मंजू झांझोट ने बताया कि करण झांझोट सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय ऋषि नगर में हाउसकिपिंग (सफाई कर्मचारी) के पद पर कार्यरत था। 10 दिसंबर 2024 को सरस्वती शिशु मंदिर ऋषि नगर में करण बगीचे में सफाई का कार्य कर रहा था उस समय स्कूल के प्रीसिंपल व स्टॉफ द्वारा करण को स्कूल की तीसरी मंजिल पर पानी की टंकी चढाने के लिये बुलाया गया। 1500 लीटर क्षमता की पानी की टंकी को छत पर चढाते समय गिर गया। 21 दिसंबर 2024 को ईलाज के दौरान बॉम्बे हास्पिटल इंदौर में करण की मृत्यु हो गई।
करण की मृत्यु पर मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान सहायता राशि 5 लाख रूपये स्वीकृत हुई। उक्त स्वीकृत राशि सरस्वती शिशु मंदिर ऋषि नगर उज्जैन की समिति द्वारा जिलाधीश कार्यालय से युटीआर नंबर प्राप्त कर बॉम्बे हास्पिटल इंदौर के कर्मचारी गोविन्द अकाउन्टेड से सांठगांठ करके निकाल ली गई और कहा गया है कि स्वीकृत राशि करण के परिवार वालों को नही दी जावेगी राशि समिति को मिलेगी।
करण की मृत्यु 21 दिसंबर को हो जाने के बाद से आज तक पुलिस माधवनगर द्वारा आज एक माह पूर्ण होने पर भी प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नही की गई है। जबकि करण 10 दिसंबर को विद्यालय में पानी की टंकी अकेले चढाते समय गिरा था। हादसे की व दुर्घटना की एफआईआर तुरन्त लिखी जाना चाहिये। माधवनगर थाने के कर्मचारियों द्वारा अपने कर्तव्य में घोर लापरवाही की जा रही है जिसका यह प्रत्यक्ष प्रमाण है। इस लापरवाही के कारण मृतक के परिवार को न्याय से वंचित होना पड रहा है और परेशानियों का सामना करना पड रहा है। स्कूल के प्रीसिपिंल द्वारा मां का सहयोग नही किया जा रहा है और अभद्र व्यवहार किया जाता है और कहा जाता है कि तुमसे जो बने वह कर लो हमारी सरकार है तुम हमारा कुछ नही बिगाड पाओगें। परेशान होकर परिजनों ने एसपी के नाम पुलिस कंट्रोल रूम पर ज्ञापन सौंपा। तथा कहा कि बडी उम्मीदों के पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया है ताकि हम गरीब लोगों की सुनवाई हो और न्याय प्राप्त हो सके।
परिजनों ने 10 जनवरी को पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचकर एसपी से मांग की कि माधवनगर थाने को आदेशित किया जावे कि वे करण की गिरकर मृत्यु हो जाने की एफआईआर दर्ज करें तथा 5 लाख रूपये की स्वीकृत राशि सरस्वती शिशु मंदिर समिति द्वारा निकाले जाने की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आदेश प्रदान करें। साथ ही चेतावनी दी कि यदि शीघ्र न्याय नहीं मिला तो 13 जनवरी को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिलकर मामले से अवगत कराएंगे।
मंजू झांझोट ने बताया कि करण झांझोट सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय ऋषि नगर में हाउसकिपिंग (सफाई कर्मचारी) के पद पर कार्यरत था। 10 दिसंबर 2024 को सरस्वती शिशु मंदिर ऋषि नगर में करण बगीचे में सफाई का कार्य कर रहा था उस समय स्कूल के प्रीसिंपल व स्टॉफ द्वारा करण को स्कूल की तीसरी मंजिल पर पानी की टंकी चढाने के लिये बुलाया गया। 1500 लीटर क्षमता की पानी की टंकी को छत पर चढाते समय गिर गया। 21 दिसंबर 2024 को ईलाज के दौरान बॉम्बे हास्पिटल इंदौर में करण की मृत्यु हो गई।
करण की मृत्यु पर मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान सहायता राशि 5 लाख रूपये स्वीकृत हुई। उक्त स्वीकृत राशि सरस्वती शिशु मंदिर ऋषि नगर उज्जैन की समिति द्वारा जिलाधीश कार्यालय से युटीआर नंबर प्राप्त कर बॉम्बे हास्पिटल इंदौर के कर्मचारी गोविन्द अकाउन्टेड से सांठगांठ करके निकाल ली गई और कहा गया है कि स्वीकृत राशि करण के परिवार वालों को नही दी जावेगी राशि समिति को मिलेगी।
करण की मृत्यु 21 दिसंबर को हो जाने के बाद से आज तक पुलिस माधवनगर द्वारा आज एक माह पूर्ण होने पर भी प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नही की गई है। जबकि करण 10 दिसंबर को विद्यालय में पानी की टंकी अकेले चढाते समय गिरा था। हादसे की व दुर्घटना की एफआईआर तुरन्त लिखी जाना चाहिये। माधवनगर थाने के कर्मचारियों द्वारा अपने कर्तव्य में घोर लापरवाही की जा रही है जिसका यह प्रत्यक्ष प्रमाण है। इस लापरवाही के कारण मृतक के परिवार को न्याय से वंचित होना पड रहा है और परेशानियों का सामना करना पड रहा है। स्कूल के प्रीसिपिंल द्वारा मां का सहयोग नही किया जा रहा है और अभद्र व्यवहार किया जाता है और कहा जाता है कि तुमसे जो बने वह कर लो हमारी सरकार है तुम हमारा कुछ नही बिगाड पाओगें। परेशान होकर परिजनों ने एसपी के नाम पुलिस कंट्रोल रूम पर ज्ञापन सौंपा। तथा कहा कि बडी उम्मीदों के पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया है ताकि हम गरीब लोगों की सुनवाई हो और न्याय प्राप्त हो सके।
परिजनों ने 10 जनवरी को पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचकर एसपी से मांग की कि माधवनगर थाने को आदेशित किया जावे कि वे करण की गिरकर मृत्यु हो जाने की एफआईआर दर्ज करें तथा 5 लाख रूपये की स्वीकृत राशि सरस्वती शिशु मंदिर समिति द्वारा निकाले जाने की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आदेश प्रदान करें। साथ ही चेतावनी दी कि यदि शीघ्र न्याय नहीं मिला तो 13 जनवरी को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिलकर मामले से अवगत कराएंगे।