उद्योग की आवश्यकताओं को समझकर कौशल विकास ही सफल करियर की कुंजी- डॉ. उमेश कुमार सिंह
राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह के समापन अवसर पर “इंस्टिट्यूट टू इंडस्ट्री“ विषय के अंतर्गत प्लेसमेंट गतिविधि का आयोजन

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान संस्थान में राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह के समापन अवसर पर “इंस्टिट्यूट टू इंडस्ट्री“ विषय के अंतर्गत प्लेसमेंट गतिविधि का आयोजन किया गया। इस विशेष कार्यक्रम में देश की प्रतिष्ठित आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के विषय विशेषज्ञों छात्रों के लिए एक विशेष “प्री-प्लेसमेंट टॉक ट्रैक एवं वर्कशॉप“ का आयोजन कर छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान किया।
कार्यक्रम के प्रारंभिक सत्र में संस्थान के संकाय-अध्यक्ष डॉ. उमेश कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया एवं छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि “प्री-प्लेसमेंट टॉक एवं वर्कशॉप“ का उद्देश्य छात्रों को उद्योग जगत की आवश्यकताओं से अवगत कराना और उनकी प्लेसमेंट संभावनाओं को सशक्त बनाना है। उन्होंने कहा की “उद्योग की आवश्यकताओं को समझकर कौशल विकास ही सफल करियर की कुंजी है,“ और इसी दृष्टिकोण से यह कार्यक्रम छात्रों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगा।
तकनिकी सत्र में टीसीएस के कैंपस रिक्रूटमेंट मैनेजर अमित धनगर ने छात्रों को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) द्वारा संचालित विभिन्न परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की और बताया कि कैसे इन प्रोजेक्ट्स के माध्यम से इंडस्ट्री में नवीन तकनीकों का प्रभावी रूप से उपयोग किया जा रहा है। टीसीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर अपूर्व दांगी ने छात्रों को वर्तमान तकनीकी परिदृश्य, उभरते रुझान और इंडस्ट्री में करियर स्थापित करने के लिए आवश्यक कौशल पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। उन्होंने छात्रों के साथ इंटरव्यू प्रक्रिया, प्रभावी रिज्यूमे निर्माण और व्यावहारिक तकनीकी दक्षताओं पर चर्चा की, जिससे वे उद्योग की अपेक्षाओं को बेहतर ढंग से समझ सकें और स्वयं को उसके अनुरूप तैयार कर सकें।
विशेष प्लेसमेंट-ट्रैक सत्र में टीसीएस के टैलेंट एक्विजिशन हेड आशीष सरकार ने इंटरव्यू क्रैक करने की रणनीतियों और उसमें सफलता प्राप्त करने की बारीकियों को विस्तार से समझाया। उन्होंने छात्रों को बताया कि कैसे वे तकनीकी विशेषज्ञता, समस्या-समाधान कौशल और व्यावसायिक दृष्टिकोण के सही संतुलन के साथ छात्र खुद को प्रतिस्पर्धी बना सकते हैं।
समापन सत्र में संस्थान के निदेशक डॉ. कमल बुनकर ने इस सफल कार्यक्रम में सहभागिता के लिए छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम का संचालन संस्थान के प्लेसमेंट समन्वयक डॉ. ब्रह्मदत्त शुक्ला ने किया एवं वर्कशॉप के समन्वयक डॉ. क्षमाशील मिश्रा ने अंत में सभी अतिथियों, विशेषज्ञों और प्रतिभागी छात्रों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में विक्रम विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के छात्रों ने भाग लिया और विशेषज्ञों से सीधे संवाद कर अपने संदेहों का समाधान भी किया।