उज्जैन के दीपक जैन दिल्ली में डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित
वॉशिंगटन डिजिटल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए हुआ सम्मान

उज्जैन। वॉशिंगटन डिजिटल यूनिवर्सिटी के 11 जनवरी को दिल्ली में आयोजित दीक्षांत समारोह में सामाजिक क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए उज्जैन के दीपक जैन को मानद की उपाधि से सम्मानित किया गया।
इस सम्मान समारोह में अतिथि के रूप में मशीम एफ हिल्स यूनिवर्सिटी काउंसलर, बॉलीबुड अभिनेता बिंदु धारा सिंह, सेंटर मिनिस्टर ऑफ़ सोशल जस्टिस गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया डॉ प्रदीप जगपत और मिस आसमा गुलजार के साथ ही गण्यमान्यजन मौजूद रहे।
वहीं सांसद अनिल फिरोजिया ने भी उज्जैन की प्रतिभा के दिल्ली में सम्मानित होने पर दीपक जैन का स्वागत अभिनन्दन किया और बधाई शुभकामनाएं दीं। उज्जैन के विद्यापति नगर निवासी दीपक जैन पूर्व दिशा निगरानी समिति के सदस्य होने के साथ साथ मानव अधिकार ऑर्गेनाइजेशन म. प्र. के सचिव और दीपज्योति वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष हैं।
उनके द्वारा म.प्र. शासन एवं जिला प्रशासन के स्वास्थ्य, शिक्षा, चिकित्सा, जन जागृति एवं सेवा कार्यों में विशेष योगदान किया है। स्वच्छता अभियान के साथ ही कोविड में अस्पताल एवं पैथोलॉजी में उपकरणों का वितरण के साथ ही दिव्यांग विवाह समारोह, ईट राइट मेला और मलखंभ, योग, तैराकी के साथ मॉर्निंग वॉक सैर सपाटा उज्जैन में भी अपनी सहभागिता की जाती रही है।
युवा समाजसेवी दीपक जैन द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए म.प्र. शासन मुख्यमंत्री, जिला प्रशासन कलेक्टर, खाद्य एवं औषधि मंत्रालय, नगर पालिका उज्जैन, जिला चिकित्सालय उज्जैन, शेव महोत्सव महाकाल मंदिर उज्जैन एवं म. प्र. की अनेक सामाजिक संस्थाओं द्वारा पूर्व में सम्मानित किया जा चुका है।
डॉक्टरेट मानद उपाधि की प्राप्त करने पर दीपक जैन ने इस बड़ी उपलब्धि को अपने माता पिता के साथ अपने मार्गदर्शक विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के पूर्व कुलपति अखिलेश पांडे, संस्था संरक्षक हाइकोर्ट एडवोकेट अमित अग्रवाल, संस्था मीडिया प्रभारी एवं डायरेक्टर प्रियंका परमार व सभी अग्रज सम्मानित की उपलब्धि बताया और सभी का आभार भी व्यक्त किया है।
सफलता पाने के लिए परिश्रम और अदम्य इच्छाशक्ति की आवश्यकता होती है, जो व्यक्ति परिश्रम और इच्छाशक्ति को साध लेता है सफलता उसकी मित्र बन जाती है। परिश्रम व इच्छाशक्ति के साथ दीपक जैन को डॉक्टरेट की मानद उपाधि मिलना इसी बात का उदाहरण है।