आशा कार्यकर्ता, सुपरवाईजर अपनी मांगों को लेकर करेंगे धरना प्रदर्शन
अखिल भारतीय आशा कर्मचारी महासंघ के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में लिया निर्णय, मार्च माह के अंतिम सप्ताह में प्रधानमंत्री एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से रूबरू मिलने का प्रयास करेंगे

उज्जैन। उज्जैन जिले में कार्यरत आशा कर्मियों (आशा कार्यकर्ता, सुपरवाईजर) द्वारा दी जाने वाली सेवाओं तथा उसके एवज में प्राप्त होने वाले अल्प प्रोत्साहन तथा मान धन सहित अनेक न्यायोचित मांगों पर ध्यान आकर्षण करने हेतु 8 मार्च को प्रातः 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक कलेक्टर कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
आशा एवं सुपरवाइजर कर्मचारी महासंघ की भारतीय पर्यावरण प्रभारी एवं कार्य समिति सदस्य एवं प्रदेश महामंत्री सुमन पटेल ने बताया कि अखिल भारतीय आशा कर्मचारी महासंघ का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन कार्यक्रम भुवनेश्वर में 2-3 मार्च को सम्पन्न हुआ है। जिसमें आगामी कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार की गई। जिसमें महिला कार्यकर्ताओं की समस्याओं के समाधान को लेकर कई महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर चर्चा के उपरांत नई केंद्रीय कार्यकारिणी का गठन किया गया। नई कार्यकारिणी के नेतृत्व में सम्पूर्ण भारत वर्ष के सभी राज्यों में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाने का प्रस्ताव पारित किया गया। तत्पश्चात इसी मार्च माह के अंतिम सप्ताह में अखिल भारतीय आशा कर्मचारी महासंघ का प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से रूबरू मिलकर लम्बित एवं स्थानीय मांगों के निराकरण का प्रस्ताव पारित किया गया। इसी कड़ी में अखिल भारतीय आशा एवं सुपरवाईजर कर्मचारी महासंघ के निर्देशानुसार संपूर्ण मध्यप्रदेश में आशा कार्यकर्ता, आशा सुपरवाईजर अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन आज 8 मार्च को होगा। महासंघ ने समस्त आशा बहनों से अनुरोध किया कि प्रातः 11 बजे से कोठी पैलेस पर होने वाले इस आंदोलन अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर नारी शक्ति की बुलंद आवाज को प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंचाने में सहयोग करें।