आम भक्तों को जेल भेजने वाला पूरा प्रशासन परिवार के साथ तहसील पूजा में घुस गया गर्भगृह में
महाशिवरात्रि के दूसरे दिन भी सुबह 9 बजे से मंदिर की ओर जाने वाले सारे रास्ते बंद कर दिये, ताकि महाकाल भक्त मंदिर तक पहुंच ही न सके

उज्जैन। हर बार ये सवाल रहता था कि प्रशासन भाजपा के नेताओ पर गर्भ गृह के नियमों का उलंघन करके दाखिल होने पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं करता है, अब उज्जैन शहर का प्रशासन खुद ही महाशिवरात्रि पर्व पर प्रतिवर्ष संपन्न होने वाली तहसील पूजा में सहपरिवार गर्भ गृह में दाखिल हुआ और फोटो सेशन भी करवाया। पर कार्रवाई करे कौन, जबकि बीते कुछ दिन पहले इसी प्रशासन नें एक युवक को गर्भ गृह में दाखिल होने पर जेल भेज दिया था।
कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड अध्यक्ष हर्ष जैन ने कहा कि पूर्व में तहसील पूजा में महाकाल मंदिर क्षेत्र में आने वाली तहसील के तहसीलदार शामिल होते थे। बाद में मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कलेक्टर पूजन करने लगे। अब जब गर्भगृह में प्रवेश निषेध है, कोई गलती से भी घुस जाये तो उसे जेल भेज दिया जाता है, ऐसे में तहसील पूजा में संभागायुक्त संजय गुप्ता, एडीजीपी उमेश जोगा, डीआईजी नवनीत भसीन, कलेक्टर नीरजकुमार सिंह, एसपी प्रदीप शर्मा, मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक तथा तहसीलदार रूपाली जैन शामिल हुए। पश्चात अधिकारियों की पत्नियों ने पूजन किया। इसके बाद एक संयुक्त फोटो सेशन हुआ। हर्ष जैन ने कहा कि बाबा महाकाल उज्जैन शहर के प्रशासन और भाजपा के धर्म के ठेकेदारों को सद्बुध्दि दें, जो महाकाल के दरबार में भी भक्तों और रसूखदारों में अंतर कर देता है।
महाशिवरात्रि के दूसरे दिन भी यही नजर आया जब आगे की प्रथम पंक्ति में दोपहर में होने वाली भस्मारती में अधिकारी और भाजपा नेताओं और उनके परिवारों के चेहरे चमक रहे थे। बाकियों को महाकाल के दर्शन मिल जाए तो उनकी किस्मत नहीं तो सुबह 9 बजे से ही सारे रास्ते बंद कर दिये गये थे, ताकि वे महाकाल के आसपास फटक भी न सकें।