अकादमी में गूंजा ‘अरे दीवानों, मुझे पहचानों, कहाँ से आया, मैं हूँ कौन’
गायक योगेश यादव ’जीवन संगीत सेवा सम्मान’ से सम्मानित

उज्जैन। भारतीय जीवन बीमा निगम की स्थानीय शाखाओं के कर्मचारियों, अधिकारियों और विकास वाहिनी की संस्था ‘जीवन संगीत’ के तत्वावधान में कालिदास अकादमी के अभिरंग नाट्य गृह में हिन्दी फिल्मों के गीतों की संगीत संध्या का रंगारंग आयोजन किया गया। जिसमें गायकों ने फ़िल्मी गीतों से समां बांधा।
गायक प्रकाश बांगर ने फिल्म डॉन के गीत अरे दीवानों, मुझे पहचानों, कहाँ से आया, मैं हूँ कौन से खूब तालियाँ पाई। मुम्बई की गायिका निर्मला परमार ने अपने गायन से सभी को रोमांचित किया। पूर्णिमा नाटाणी (प्यार हुआ चुपके से), विनय गुप्ता (दीवाने का नाम तो पूछो), योगेश यादव (जब मोहब्बत जवान होती है/ ज़िद न करो), विजय जोशी (ख्वाब हो तुम या), सुरेंद्र मालवीय (ओ दूर के मुसाफिर/ तुम रूठो ना हसीना) जैसे गीत सुनना अत्यंत प्रीतिकर रहा। संध्या में कलाकार योगेश यादव, सुनील बावनिया, विनय गुप्ता, विजय जोशी, रवि चौबे, सुरेन्द्र मालवीय, भालचंद्र कुलकर्णी, प्रकाश बांगर, विनोद मातवनकर, विश्वनाथ शिंदे, पूर्णिमा नाटानी, मोहन परिहार ने अपनी शानदार प्रस्तुतियां दीं। गायक योगेश यादव को उनकी अनवरत कला साधना के लिए ’जीवन संगीत सेवा सम्मान’ सम्मानित किया गया। अतिथि गायक नवतेज सिंह को भी सम्मानित किया गया। संगीत संध्या के अतिथि शाखा प्रबन्धक परसराम मिश्र, फिल्म समीक्षक शशांक दुबे, अशोक भाटी, डॉ. हरीशकुमार सिंह, बी के खंडेलवाल, शैलेश लेले, विजय अग्रवाल थे। अतिथि स्वागत संस्था जीवन संगीत के अध्यक्ष अनिल कुरेल, अमित मिश्रा, रतन रायकवार, विजय जोशी, बलदेव भाटिया आदि ने किया। सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह परसराम मिश्र ने प्रदान कर सम्मानित किया। संगीत संध्या में रवि गुप्ता, टीसी सूर्यवंशी, राजेन्द्र नागर, अंजू सुराना सहित बड़ी संख्या में श्रोता दर्शक उपस्थित रहे। संचालन मनोज सुराना ने किया। आभार विजय जोशी ने व्यक्त किया।