अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में स्मार्ट वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम का प्रदर्शन
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन “नई तकनीकों का वैश्विक समाजों पर प्रभाव : पर्यावरण, नैतिकता, नवाचार और स्थिरता“ में अपने स्टार्ट-अप आईडिया सीसो का प्रदर्शन किया

उज्जैन। कंप्यूटर विज्ञानं संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय के बीसीए के छात्रों ने गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज, देवास में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन “नई तकनीकों का वैश्विक समाजों पर प्रभावः पर्यावरण, नैतिकता, नवाचार और स्थिरता“ में अपने स्टार्ट-अप आईडिया सीसो का प्रदर्शन किया। विज्ञान परिषद प्रयाग, एम.पी. चैप्टर इंदौर के सहयोग से आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में छात्र राज भार्गव, जयेश यादव और दीपक विश्वकर्मा ने स्टार्ट-अप आईडिया सीसो जो की भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान की संकल्पना पर आधारित एक स्मार्ट वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम है।
छात्रों ने सम्मलेन में बताया कि सीसो एक अभिनव स्टार्टअप है, जो स्मार्ट डिजिटल डस्टबिन के माध्यम से लोगों को सही कचरा प्रबंधन के लिए प्रेरित करता है। जब कोई व्यक्ति सही डस्टबिन में कचरा डालता है, तो उसे रिवॉर्ड पॉइंट्स मिलते हैं, जिन्हें विभिन्न लाभों में बदला जा सकता है। यह सिस्टम इंटरनेट ऑफ थिंग्स तकनीक का उपयोग करता है, जिससे रियल-टाइम डेटा मॉनिटरिंग, कचरे की पहचान और स्वचालित प्रोसेसिंग संभव होती है, साथ ही यह कचरे के पुनर्चक्रण (रिसाइक्लिंग), पुनः उपयोग और बिक्री को बढ़ावा देता है। इस परियोजना को साकार करने में छात्र संस्थापक राज भार्गव, जयेश यादव और दीपक विश्वकर्मा एवं मार्गदर्शक प्रो. उमेश कुमार सिंह, डॉ. कमल बुनकर और डॉ. शेखर दिसावल का विशेष योगदान रहा। यह स्टार्टअप आईडिया विक्रम विश्वविद्यालय के इंस्टिट्यूट ऑफ कंप्यूटर साइंस में स्थित इन्चुबेसन सेंटर की देन है। इंस्टिट्यूट ऑफ कंप्यूटर साइंस, में स्थित इन्चुबेसन सेंटर में लगभग 18 स्टार्ट अप कार्यरत है एवं इसके माध्यम से 30 से अधिक पेटेंट ग्रांट हो चुके है। सम्मेलन में विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जहां सीसो की टीम द्वारा प्रस्तुत स्मार्ट वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम को “भविष्य की तकनीक“ के रूप में सराहा गया। विशेषज्ञों ने इसकी उपयोगिता पर चर्चा करते हुए इसे शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लागू करने की संभावनायो पर चर्चा की। इस प्रयास से यह उम्मीद की जा रही है कि सीसो का स्मार्ट वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता में क्रांतिकारी बदलाव लाने में सक्षम होगा।